World Environment Day 2025: देहरादून नगर निगम की अनूठी पहल, सड़क निर्माण में होगा प्लास्टिक कचरे का उपयोग
Headings
- 1 पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अभिनव कदम
- 2 World Environment Day 2025: समझौता ज्ञापन, नगर निगम और लोक निर्माण विभाग की साझेदारी
- 3 World Environment Day 2025: लक्ष्य, 800 मीट्रिक टन प्लास्टिक का पुनः उपयोग
- 4 World Environment Day 2025: प्लास्टिक से आय का स्रोत भी बनेगा निगम के लिए
- 5 World Environment Day 2025: नो प्लास्टिक डे, एक सामुदायिक भागीदारी की मिसाल
- 6
- 7
- 8
- 9
- 10
- 11
- 12
- 13 World Environment Day 2025: पर्यावरणीय लाभ, बहुस्तरीय प्रभाव
- 14 World Environment Day 2025: एक शहर, एक सोच – हरित भविष्य की ओर
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अभिनव कदम
World Environment Day 2025: विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर देहरादून नगर निगम ने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इस साल नगर निगम ने इस दिन को “नो प्लास्टिक डे” के रूप में मनाने का निर्णय लिया है और एक प्रभावशाली योजना की शुरुआत की है, जिसके अंतर्गत प्लास्टिक कचरे का उपयोग सड़क निर्माण में किया जाएगा।
World Environment Day 2025: समझौता ज्ञापन, नगर निगम और लोक निर्माण विभाग की साझेदारी
इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए देहरादून नगर निगम ने लोक निर्माण विभाग (PWD), निर्माण खंड के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत: नगर निगम शहर से प्लास्टिक कचरा एकत्रित करेगा। यह कचरा प्रसंस्करण के पश्चात लोक निर्माण विभाग को दिया जाएगा। विभाग इस कचरे का उपयोग सड़क निर्माण सामग्री में करेगा। यह प्रक्रिया पर्यावरण अनुकूल, सतत विकास आधारित और कचरा प्रबंधन के नवीनतम तरीकों को बढ़ावा देने वाली है।
World Environment Day 2025: लक्ष्य, 800 मीट्रिक टन प्लास्टिक का पुनः उपयोग
फिलहाल नगर निगम ने लगभग 800 मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरा एकत्र करने का लक्ष्य तय किया है, यह कचरा विभिन्न स्रोतों से एकत्र किया जाएगा जैसे घरों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों आदि ,नगर निगम के अनुसार, यह पहल “स्वच्छ भारत मिशन” और “राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP)” जैसे राष्ट्रीय अभियानों को भी मजबूती देगी।
आरसीबी ने रचा इतिहास, आईपीएल में पहली बार बना चैंपियन
World Environment Day 2025: प्लास्टिक से आय का स्रोत भी बनेगा निगम के लिए
प्लास्टिक कचरे के पुनः उपयोग से केवल पर्यावरण को लाभ नहीं होगा, बल्कि यह नगर निगम के लिए आय का स्रोत भी बनेगा। इससे निगम की वित्तीय आत्मनिर्भरता को बल मिलेगा। साथ ही कचरा प्रबंधन पर आने वाले खर्च में कमी आएगी। नगर निगम के पास संसाधनों का बेहतर उपयोग करने का अवसर होगा।
World Environment Day 2025: नो प्लास्टिक डे, एक सामुदायिक भागीदारी की मिसाल
जून को “नो प्लास्टिक डे” के रूप में मनाने के लिए नगर निगम की विशेष टीमें नगर के विभिन्न हिस्सों से प्लास्टिक कचरा एकत्र करेंगी। इसके लिए निगम अपने विशेष वाहनों का इस्तेमाल करेगा। जनजागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को प्लास्टिक मुक्त जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। स्कूलों, कॉलेजों और सामाजिक संगठनों को इस अभियान से जोड़ने की योजना है। यह कदम न केवल प्रशासनिक प्रयास है, बल्कि इसे जन आंदोलन का रूप भी दिया जा रहा है।
World Environment Day 2025: पर्यावरणीय लाभ, बहुस्तरीय प्रभाव
यह पहल दीर्घकालिक रूप से कई पर्यावरणीय लाभ प्रदान करेगी:
- प्लास्टिक प्रदूषण में कमी:
प्लास्टिक को पुनः उपयोग में लाने से लैंडफिल और जल स्रोतों में प्लास्टिक की मात्रा घटेगी। - वायु गुणवत्ता में सुधार:
खुले में जलाए जाने वाले प्लास्टिक के कारण फैलने वाले धुएं से राहत मिलेगी। - सड़कें होंगी अधिक टिकाऊ:
प्लास्टिक मिश्रित सड़कें पारंपरिक सड़कों की तुलना में अधिक मजबूत और टिकाऊ होती हैं। - कचरा प्रबंधन में योग्यता :
एकत्र किया गया कचरा उत्पादक उपयोग में आने लगेगा।
World Environment Day 2025: एक शहर, एक सोच – हरित भविष्य की ओर
देहरादून नगर निगम की यह पहल भारत में प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन की दिशा में एक अनोखा और प्रेरणादायक कदम है। इससे न केवल शहर स्वच्छ और सुंदर बनेगा, बल्कि पर्यावरण को भी दीर्घकालिक रूप से लाभ मिलेगा।