उत्तराखंड - उत्तर प्रदेश

Vikasnagar Car Accident : चकराता रोड बना मौत का रास्ता, कार खाई में गिरी, तीन की गई जान

(Tehelka Desk)Vikasnagar Car Accident : 

उत्तराखंड के विकासनगर क्षेत्र में बुधवार देर रात एक भीषण सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा कालसी-चकराता मोटर मार्ग पर स्थित जजरेट के समीप हुआ, जहां एक फ्रॉन्क्स कार अनियंत्रित होकर लगभग 300 मीटर गहरी खाई में जा गिरी।

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यह मार्ग पहाड़ी होने के कारण हमेशा से संवेदनशील रहा है, लेकिन इस बार यह हादसा कई परिवारों के लिए काल बन गया।

Vikasnagar Car Accident :  कार में सवार थे चार लोग, तीन की मौके पर मौत

हादसे के वक्त कार में कुल चार लोग सवार थे। SDRF और पुलिस की संयुक्त टीम ने जब मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, तो तीन लोगों की मौत की पुष्टि मौके पर ही कर दी गई थी।

चौथे व्यक्ति को गंभीर हालत में खाई से बाहर निकाला गया और तुरंत विकासनगर उपजिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका उपचार जारी है।

Vikasnagar Car Accident :  कैसे हुआ हादसा, शुरुआती जानकारी

प्रारंभिक जांच और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार तेज रफ्तार में थी और रात के अंधेरे में चालक ने मोड़ पर नियंत्रण खो दिया। इसके बाद कार सीधी खाई में गिर गई। हादसे के वक्त मौसम सामान्य था, लेकिन अंधेरे और सड़क की तीव्र ढलान ने हालात और खतरनाक बना दिए।

कुछ स्थानीय लोगों ने खाई में गिरने की आवाज सुनकर प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद तत्काल SDRF और थाना कालसी पुलिस मौके पर पहुंची।

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Vikasnagar Car Accident :  एसडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन, अंधेरे में चुनौती

घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम, स्थानीय पुलिस और फायर विभाग ने संयुक्त रूप से रेस्क्यू अभियान शुरू किया।

खाई की गहराई और कठिन भू-भौगोलिक स्थिति के चलते रेस्क्यू टीम को शवों और घायल व्यक्ति तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। रस्सियों और स्ट्रेचर की मदद से टीम ने एक-एक कर सभी को खाई से बाहर निकाला।

घायल युवक की हालत अत्यंत गंभीर बताई जा रही है, और उसे देहरादून रेफर किए जाने की संभावना है।

Vikasnagar Car Accident :  मृतकों की पहचान जारी, प्रशासन जुटा जानकारी में

अब तक मिली जानकारी के अनुसार, मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस और प्रशासन मृतकों के पहचान पत्र, मोबाइल फोन और कार नंबर के आधार पर उनकी शिनाख्त करने में जुटे हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कार संभवतः किसी समारोह या पर्यटन स्थल से लौट रही थी। पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

Vikasnagar Car Accident :  स्थानीय लोगों में शोक, दुर्घटना ने किया व्यथित

घटना के बाद आसपास के गांवों और कस्बों में शोक का माहौल है। लोगों ने बताया कि यह इलाका पहले भी कई हादसों का गवाह रह चुका है।

ग्रामीणों का कहना है कि:

  • सड़क पर पर्याप्त चेतावनी संकेत नहीं हैं।
  • नाइट विज़न के लिए स्ट्रीट लाइट्स नहीं हैं।
  • कई जगहों पर गार्ड रेलिंग टूटी हुई या है ही नहीं।

Vikasnagar Car Accident :  कालसी-चकराता मार्ग, हादसों का इतिहास

कालसी-चकराता रोड एक  संवेदनशील और जोखिम भरा पर्वतीय मार्ग माना जाता है। इस मार्ग पर:

  • कई तीखे मोड़ हैं
  • सड़क संकरी है
  • बारिश के समय भूस्खलन की भी आशंका रहती है

इसके बावजूद इस मार्ग पर लगातार भारी वाहनों और पर्यटकों की आवाजाही बनी रहती है, जो दुर्घटनाओं की संभावना को बढ़ाता है।

Vikasnagar Car Accident :  प्रशासन की प्रतिक्रिया, जांच के आदेश

प्रशासन ने हादसे को गंभीरता से लेते हुए घटना की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए हैं। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल का मुआयना करने की जानकारी दी है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया की फिलहाल प्राथमिकता शवों की पहचान और घायल व्यक्ति को उपचार देना है। उसके बाद हम दुर्घटना के कारणों की विस्तृत जांच करेंगे।

Vikasnagar Car Accident :  बढ़ती दुर्घटनाओं पर सवाल, क्या है समाधान

इस हादसे ने एक बार फिर उत्तराखंड की पर्वतीय सड़कों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

क्या प्रशासन को अब इन बिंदुओं पर नहीं सोचना चाहिए :

  • प्रत्येक संवेदनशील मोड़ पर गार्ड रेलिंग और संकेतक क्यों नहीं हैं?
  • नाइट विजन के लिए स्ट्रीट लाइट्स क्यों नहीं लगाई जातीं?
  • स्थानीय वाहनों की स्पीड लिमिट और निगरानी पर ध्यान क्यों नहीं दिया जाता

ऐसे हादसे बार-बार होते हैं, लेकिन सुधार की रफ्तार बेहद धीमी दिखाई देती है।

Vikasnagar Car Accident :  एक और जानलेवा हादसा, एक और परिवार उजड़ा

कालसी-चकराता मार्ग पर हुआ यह हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि सिस्टम की लापरवाही और मौन चेतावनी है। तीन जिंदगियां असमय काल के गाल में समा गईं, एक जिंदगी अस्पताल में संघर्ष कर रही है, और प्रशासन एक बार फिर जांच के नाम पर औपचारिकताएं निभा रहा है। हमें तय करना होगा कि हम कब तक ऐसी खबरें पढ़ते रहेंगे और कब सड़कों को वाकई सुरक्षित बनाएंगे।

 

Muskan Kanojia

Asst. News Producer (T)

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