Uttarakhand Breaking News : उत्तराखंड में जल प्रलय के बाद मिले 32 शव, 174 लोग लापता,
प्रभावितों का बांटी गयी राशन किट
Uttarakhand Breaking News : सात फरवरी को उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा में आई बाढ़ से 174 लोग अभी भी लापता हैं, इनमें से टनल में फंसे हुए करीब 35 मजदूरों को निकालने की कोशिश जारी है। वहीं, 32 शव निकाले जा चुके हैं, इनमें से 8 की शिनाख्त हो गई है। बुधवार को चौथे दिन थी राहत बचाव कार्य जारी है। वहीं मंगलवार को रातभर टनल से मलबा हटाने का कार्य चला। इस दौरान ड्रोन की भी मदद ली गई। बताया जा रहा है कि अभी टनल से मलबा हटाने में और समय लगेगा।
सुरंग में अधिक मलबे से खुदाई मुश्किल
मंगलवार की सुबह आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों की एक संयुक्त टीम ने तपोवन सुरंग में प्रवेश किया। सुरंग में अभी भी लगभग 120 मीटर तक पहुंचना बाकी है। सुरंग के अंदर से आने वाले अधिक मलबा और पानी से आगे का रास्ता मुश्किल हो रहा है।
अभी भी कई टन मलबा है सुरंग में
तपोवन में 1800 मीटर लंबी सुरंग के अंदर अभी भी टनों मलबे के ढेर लगे हैं। मलबे को हटाने में एकमात्र जेसीबी लगी है, जो पीछले तीन दिनों में लगभग 130 मीटर में फैले मलबे को ही हटा पाई है। राहत और बचाव कार्य मंगलवार रातभर जारी था।
Uttarakhand Breaking News
200 परिवारों को पहुंचायी गयी राशन किट :
चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि नीती घाटी के गांवों में पर्याप्त मात्रा में जरूरी सामग्री पहुंचाई जा रही है। 200 प्रभावित परिवारों को राशन किट वितरित कर दिए हैं। प्रभावित क्षेत्र में रिलायंस जियो की कनेक्टिविटी भी शुरू कर दी गई है।
हेल्प डेस्क से परिजन ले सकेंगे जानकारी
Uttarakhand Breaking News : तपोवन में मेडिकल कैंप भी लगाया गया है। तपोवन में प्रवेश द्वार के समीप प्रशासन की ओर से हेल्प डेस्क लगाया गया है, जहां से प्रभावित परिवारों के परिजन कोई भी जानकारी ले सकते हैं। मलारी हाईवे पर वैली ब्रिज स्थापित करने का काम भी शुरू कर दिया है।
Also Read : चमोली से 1000 किमी. इलाहाबाद तक हाई अलर्ट, नदी के किनारे के स्थान कराए गए खाली