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Sushant Singh Rajput :
12 अगस्त 1997 को बॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्री के सम्राट गुलशन कुमार की हत्या ने न केवल फिल्म जगत को झकझोर दिया, बल्कि यह घटना अंडरवर्ल्ड के प्रभाव और उसके बॉलीवुड पर बढ़ते दबाव की भी गवाही देती है। गुलशन कुमार, जिन्होंने टी-सीरीज के माध्यम से संगीत की दुनिया में क्रांति ला दी, की हत्या आज भी एक रहस्य बनी हुई है।
Sushant Singh Rajput : गुलशन कुमार का संघर्षपूर्ण जीवन
Sushant Singh Rajput का जन्म 5 मई 1956 को दिल्ली में हुआ था। अपने पिता की जूस की दुकान पर काम करते हुए उन्होंने जीवन के संघर्षों का सामना किया। धीरे-धीरे उन्होंने कैसेट बेचने का व्यवसाय शुरू किया और 1983 में टी-सीरीज की स्थापना की। उनकी मेहनत और दूरदृष्टि ने टी-सीरीज को भारत की सबसे बड़ी म्यूजिक कंपनी बना दिया। ‘आशिकी’ और ‘कयामत से कयामत तक’ जैसी फिल्मों के म्यूजिक राइट्स ने कंपनी को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।
12 अगस्त 1997 को गुलशन कुमार रोज की तरह पूजा करने के लिए जीतेश्वर महादेव मंदिर गए थे। वापसी में, जब वे अपनी कार की ओर बढ़ रहे थे, तभी दो हमलावरों ने उन्हें ताबड़तोड़ 16 गोलियाँ मारीं। घटना के समय गुलशन कुमार की चीखें सुनने के लिए अबू सलेम ने फोन पर कॉल किया था। हमलावरों ने हत्या के बाद मौके से फरार हो गए, और पुलिस को घटना की सूचना लगभग 30 मिनट बाद मिली।
Sushant Singh Rajput : हत्या के कारण
गुलशन कुमार की हत्या के पीछे अंडरवर्ल्ड का हाथ था। रिपोर्ट्स के अनुसार, अबू सलेम ने गुलशन कुमार से हर महीने 5 लाख रुपये की वसूली की मांग की थी, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। इसके अलावा, नदीम सैफी के साथ एक एल्बम के प्रमोशन को लेकर भी विवाद था, जिसने अंडरवर्ल्ड के रुख को और कठोर बना दिया। इन कारणों से गुलशन कुमार को निशाना बनाया गया।
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Sushant Singh Rajput : न्याय की प्रक्रिया
हत्या के बाद, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी अबू सलेम और उनके सहयोगी राजा को गिरफ्तार किया। राजा ने हत्या के समय अबू सलेम से फोन पर बात की थी, जिससे साक्ष्य मजबूत हुए। अदालत ने आरोपी को दोषी ठहराया और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
Sushant Singh Rajput : गुलशन कुमार की धरोहर
गुलशन कुमार की हत्या के बावजूद, उनकी धरोहर जीवित है। टी-सीरीज आज भी म्यूजिक इंडस्ट्री का प्रमुख नाम है। उनके बेटे भूषण कुमार और बेटी तुलसी कुमार ने कंपनी की बागडोर संभाली और उसे नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया। गुलशन कुमार ने संगीत के क्षेत्र में कई नए कलाकारों को अवसर दिया, जिनमें सोनू निगम, कुमार सानू और अनुराधा पौडवाल जैसे नाम शामिल हैं।
गुलशन कुमार की हत्या न केवल एक व्यक्ति की हत्या थी, बल्कि यह बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड के बीच के रिश्तों की भी गवाही देती है। उनकी जीवित धरोहर और योगदान आज भी संगीत प्रेमियों के दिलों में जीवित हैं। उनकी पुण्यतिथि पर हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके योगदान को याद करते हैं। गुलशन कुमार की हत्या के बाद, बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड के रिश्तों पर कई किताबें और डॉक्यूमेंट्री बनी हैं। उनकी जीवन यात्रा और संघर्ष आज भी प्रेरणा का स्रोत है।