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Security Forces Big Response : पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों की कड़ी कार्रवाई, शामिल आतंकियों के ठिकानों पर चला एक्शन

Security Forces Big Response : (Tehelka Desk) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दो दिन बाद सुरक्षा एजेंसियों ने कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। बैसरन वैली में हुए इस हमले में जिन आतंकियों की संलिप्तता सामने आई थी, उनके खिलाफ अब सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में शामिल आतंकी आसिफ शेख का घर सुरक्षाबलों ने विस्फोट से पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है।

वहीं, दूसरे आतंकी आदिल के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया। दोनों ही कार्रवाइयों का उद्देश्य आतंकवाद को पनाह देने वाले ठिकानों को खत्म करना और ऐसे प्रयासों को सख्ती से रोकना है। पहलगाम की शांत वादियों में हुई इस हिंसा ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया था। अब सुरक्षाबलों द्वारा की जा रही यह कार्रवाई एक कड़ा संदेश है—कि आतंक और उसके सहयोगियों के लिए कोई जगह नहीं है।

Security Forces Big Response
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Security Forces Big Response : पहलगाम हमले के बाद सख्त कार्रवाई, आतंकियों के ठिकानों पर सुरक्षाबलों का कड़ा जवाब

जम्मू-कश्मीर की सुरम्य वादियों में दो दिन पहले हुए पहलगाम आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले के बाद सरकार और सुरक्षाबलों ने कड़े एक्शन का संकेत दिया था, और अब उसका असर ज़मीन पर दिखाई देने लगा है। इस हमले में कथित रूप से शामिल दो आतंकियों, आसिफ शेख और आदिल हुसैन, के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। त्राल इलाके में स्थित आसिफ के घर में भारी मात्रा में विस्फोटक मिलने की खबर थी।

Security Forces Big Response : जब सुरक्षाबल वहां पहुंचे, तो एक बड़ा विस्फोट हुआ जिससे घर पूरी तरह तबाह हो गया। माना जा रहा है कि यह विस्फोट उस विस्फोटक सामग्री की वजह से हुआ, जो आतंकी हमले में इस्तेमाल की जा सकती थी। वहीं आदिल के घर पर भी प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई की। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह कार्रवाई आतंकी नेटवर्क को कमजोर करने और उनके सुरक्षित ठिकानों को खत्म करने के मकसद से की जा रही है।

हमले के बाद आतंकियों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वे सुरक्षा बलों को खुलेआम चुनौती देते दिखाई दे रहे थे। इस वीडियो के सामने आने के बाद सरकार की तरफ से साफ संदेश दिया गया कि आतंक और उसके सरपरस्तों के लिए कोई जगह नहीं होगी।

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Security Forces Big Response : 26 मासूम जानें गईं, सुरक्षाबलों का आतंकियों पर बड़ा एक्शन जारी

पहलगाम की शांत घाटी में 22 अप्रैल को हुआ आतंकी हमला न केवल जम्मू-कश्मीर, बल्कि पूरे देश के लिए गहरा सदमा बन गया। बैसरन घाटी में हुए इस हमले में कुल 26 लोगों की जान चली गई—इनमें से 25 हिंदू तीर्थयात्री थे, जो अमन और आस्था के साथ वहां पहुंचे थे। इस हमले ने कई परिवारों को हमेशा के लिए तोड़ दिया। अब सुरक्षाबल इस हमले के जिम्मेदार आतंकियों की तलाश में दिन-रात जुटे हुए हैं। त्राल में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े दो आतंकियों—आसिफ शेख और आदिल हुसैन—पर कड़ी कार्रवाई की गई है।

Security Forces Big Response : ये दोनों हमले के बाद वायरल हुए एक वीडियो में हथियारों के साथ नजर आए थे, जिसमें वे सुरक्षा बलों को चुनौती देते दिखे। सरकार ने इस हमले के बाद जो वादा किया था—आतंकियों को छोड़ने का सवाल ही नहीं उठता—उसे अब ज़मीन पर उतारा जा रहा है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य एजेंसियों ने अब तक करीब 2000 लोगों से पूछताछ की है और कई संदिग्धों को हिरासत में भी लिया गया है। इस हमले में मारे गए लोगों को गुरुवार को अंतिम विदाई दी गई। जिन आंखों में यात्रा की खुशी थी, वे अब कभी नहीं खुलेंगी।

आदिल शाह, जो अनंतनाग का रहने वाला था, हमले का एकमात्र मुस्लिम पीड़ित था—बाकी सभी 25 लोग हिंदू थे। यह हमला इंसानियत पर हमला था, धर्म या जाति से ऊपर। आज जब घाटी में बहार का मौसम है, वहीं कई घरों में मातम पसरा हुआ है। इस हमले ने एक बार फिर यह दिखाया कि आतंकवाद किसी का सगा नहीं होता।

Security Forces Big Response : धर्म पूछकर मौत बांटने वालों की तलाश में जुटे सुरक्षाबल, NIA ने शुरू की जांच

बैसरन वैली की खूबसूरत वादियों में कुछ दिनों पहले जो हुआ, उसने पूरे देश को सन्न कर दिया। यह हमला सिर्फ गोलियों का नहीं था—यह इंसानियत पर सीधा वार था। आतंकियों ने कथित रूप से लोगों का धर्म पूछकर उन्हें गोली मार दी। इस बर्बरता ने कई परिवारों को उजाड़ दिया, और घाटी की शांति को गहरे घाव दिए। अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस हमले की जांच की ज़िम्मेदारी संभाल ली है।

Security Forces Big Response : हर एक सुराग, हर एक मोबाइल कॉल, हर एक संदिग्ध गतिविधि की बारीकी से जांच की जा रही है। साथ ही, भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस, और दूसरी सुरक्षा एजेंसियां मिलकर उन दरिंदों को ढूंढ रही हैं, जिन्होंने इस कायराना हरकत को अंजाम दिया। सूत्रों का मानना है कि हमला करने वाले आतंकवादी अभी भी पहलगाम और उसके आसपास के इलाकों में छिपे हुए हैं। सेना ने इन क्षेत्रों में मोर्चा संभाल लिया है, ताकि एक भी आतंकी बच न सके।

यह सिर्फ एक आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन नहीं है—यह उन मासूमों के लिए न्याय की लड़ाई है, जिनकी ज़िंदगियाँ बेरहमी से छीनी गईं। यह लड़ाई है उस भरोसे को वापस लाने की, जो बार-बार इन हमलों में टूटा है।

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