Headings
Sahkar Taxi : Tehelka Desk : कैब ड्राइवर के पक्ष में केंद्र सरकार ने एक ऐतिहासिक ऐलान कर दिया है। टैक्सी कंपनियों जैसे ओला-उबर को टक्कर देने के लिए सरकार “सहकार टैक्सी” सेवा शुरू करने जा रही है। यह सेवा ओला-उबर की तरह ही ऑटो, कैब, और बाइक की सुविधा देगी ब्लकि किफायती दामों पर। इसका ऐलान गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में किया।
अमित शाह ने बताया कि इस सेवा का मकसद ड्राइवरों को फायदा पहुँचाना है ताकि उन्हें अपने लाभ का प्रतिशत किसी कंपनी को न देना पड़े। सरकार ओला-उबर जैसी निजी कंपनियों के दबदबे को कम करने के लिए इस सेवा को लॉन्च करने जा रही है, जो आमजन के लिए भी किफायती साबित होगा।
Sahkar Taxi : कमिशन से मिलेगा छुटकारा
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सहकार टैक्सी सेवा कुछ महीनों में शुरू हो जाएगी। इस पर काम किया जा रहा है। जल्द ही जनता इसका लाभ ले पाएगी। ओला-उबर जैसी कंपनियां ड्राइवरों की कमाई का बड़ा हिस्सा ले लेती हैं, लेकिन इस सेवा के आने से ड्राइवरों की यह समस्या भी दूर हो जाएगी और वे ज्यादा कमाई कर पाएंगे।
Sahkar Taxi : कैसे होगा इसमें काम
~ केंद्र सरकार की सहकार टैक्सी सेवा सहकार मॉडल से संचालित होगी।
~ ड्राइवरों को कोई कमिशन नहीं देना होगा।
~ सेवा पूरी तरह से सरकारी नियंत्रण में रहेगी, किसी भी निजी एग्रीगेटर पर निर्भर नहीं करेगी।
~ इसके लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार करवाया जाएगा, जिससे ग्राहक टैक्सी सेवा बुक कर सकेंगे।
~ सेवा में ट्रांसपेरेंसी होगी।
~ सेवा में कोई भी छिपे हुए चार्जेस नहीं होंगे, ग्राहकों को किफायती दामों पर सेवा उपलब्ध होगी।
Sahkar Taxi : एप के द्वारा चालक से जुड़ेंगे
सहकार टैक्सी सेवा शुरू में देश के कुछ बड़े शहरों में संचालित की जाएगी। अन्य टैक्सी एप के जरिए ड्राइवर खुद इसमें रजिस्टर कर पाएंगे और रोजगार प्राप्त कर पाएंगे। अन्य टैक्सी सेवाओं से किफायती होने के कारण यात्री भी सहकार टैक्सी का लाभ ज्यादा से ज्यादा उठाना चाहेंगे।
Sahkar Taxi : ओला-उबर जैसी मनमानी नहीं होगी
सहकारी टैक्सी सेवा शुरू होने के बाद से ओला-उबर जैसी कंपनियों को कड़ी टक्कर मिलेगी। ओला-उबर की सेवाएं काफी खराब हैं। इसमें बुकिंग में भी समय ज्यादा लगता है और कई बार ड्राइवर बुकिंग भी कैंसिल कर देते हैं। ओला-उबर में ग्राहकों से सर्विस चार्ज भी ज्यादा वसूला जाता है, जिसकी शिकायतें अक्सर देखने को मिलती हैं। ऐसी शिकायतें भी सामने आती हैं जहां एंड्रॉइड और आईफोन इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों से अलग-अलग किराया वसूला जाता है।
लेकिन सहकार टैक्सी सेवा आने के बाद से ग्राहकों की यह समस्या भी दूर हो जाएगी और ड्राइवरों को भी सीधा फायदा मिलेगा।