Rajnath Singh SCO 2025 : रूस दौऱे पर बड़ी चर्चा, S‑400 मिसाइल की डिलीवरी पर किया जोर
(Tehelka Desk)Rajnath Singh SCO 2025 :
26 जून 2025 को चीन के क़िंगदाओ में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) रक्षा मंत्रियों की बैठक में भारत के Defence Minister Rajnath Singh ने अपने रूसी समकक्ष आंद्रेई बेलेउसोव से मुलाकात की। इस मुलाकात में S‑400 Triumf एअर-डिफेंस सिस्टम की लंबित डिलीवरी पर विशेष जोर दिया गया, जिससे सैन्य क्षमताओं को मजबूत करने की भारत–रूस की रणनीतिक साझेदारी में फिर रफ्तार आई।
Rajnath Singh SCO 2025 : रूस ने दी S‑400 बैटरियों की डिलीवरी का भरोसा
दोपहर 26 जून को क़िंगदाओ में हुई इस द्विपक्षीय बातचीत में रूस ने दो बैटरियों के संदर्भ में निर्धारित समय-सारणी देने का आश्वासन दिया:
- चौथी बैटरी 2026 में
- पांचवीं बैटरी 2027 तक डिलीवर होगी रूसी प्रतिनिधियों ने यह स्पष्ट किया कि यूक्रेन युद्ध के कारण डिलीवरी में विलंब हुआ, लेकिन अब उसे जल्द पूरा करने का वादा किया गया है। इससे भारत की वायु रक्षा क्षमता पर स्थायी सुधार आएगा।
Rajnath Singh SCO 2025 : मिसाइल रक्षाक्षमता की रीढ़
S‑400 Triumf सिस्टम एक अत्याधुनिक मोबाइल सतह-से-वायु मिसाइल सिस्टम है, जिसकी क्षमता सबसे बड़े हवाई हमलों पर भी प्रतिक्रिया देने की है:
- एक बैटरी में होता है लॉन्ग‑रेंज रडार, कमांड पोस्ट, लक्ष्य अधिग्रहण रडार, और दो बटालियन प्रत्येक 8 लॉन्चरों के साथ
- यह 400 किमी तक की दूरी पर दुश्मन विमान, मिसाइल और ड्रोन को ट्रैक व नष्ट कर सकता है
- इसमें चार मिसाइल प्रकार हैं लंबी दूरी (400 किमी), मध्यम (250 किमी), छोटी (120 किमी) और निकट (40 किमी) रेंज
पहली तीन बैटरियां भारत को मिलीं—एक का सक्रिय प्रयोग ऑपरेशन सिंडूर में भी हुआ।
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Rajnath Singh SCO 2025 : SCO मुलाकात की रणनीतिक रूपरेखा
रक्षा मंत्रियों की द्विपक्षीय चर्चा
- राजनाथ सिंह और बेलेउसोव ने S‑400 डिलीवरी के अलावा Su-30 MKI उन्नयन, मिलटरी हार्डवेयर सहयोग, और BrahMos, T‑90, MiG‑29 पर भी चर्चा की
- रूस ने भारत को साथ मिलकर उत्पादन और मेंटेनेंस सुविधा की दिशा में आगे बढ़ने का प्रस्ताव दिया
Rajnath Singh SCO 2025 : क्षेत्रीय सुरक्षा एवं आतंकवाद
- बैठक में SCO सदस्य देशों को आतंकवाद, रेडिकलाइजेशन, और चरमपंथ के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान भी किया गया, साथ ही भारत ने हाल के पाहलगाम हमले का जिक्र करके वैश्विक सुरक्षा सहयोग की बात की ।
डिलीवरी क्यों हुई देरी?
विलंब के पीछे प्रमुख कारण हैं:
- यूक्रेन युद्ध के चलते रशियन रक्षा निर्माण पर दबाव
- पेट्रोलियम औऱ रूबल-रुपया विनिमय संबंधी जटिलताएँ
- पश्चिमी प्रतिबंधों के कारण लाइसेंसिंग व सप्लाई चेन में अवरोध
Rajnath Singh SCO 2025 : भारत–रूस साझेदारी की रणनीतिक ऊँचाइयाँ
- हवा रक्षा में बढ़त: S‑400 बैटरियों की तैनाती के बाद भारत के पास दुश्मनों की वायुयानों व मिसाइलों से प्रतिरोध क्षमता सुदृढ़ होगी
- टेक ओवर मेक‑इन‑इंडिया: मिसाइल सिस्टम मेन्टेनेंस, Su‑30/AK‑203/INS Tushil निर्माण परियोजनाएँ भारत में विस्तार पा सकती हैं
- वैश्विक रणनीतिक हलचल: भारत–रूस रक्षा संबंधों की मजबूती साथ-साथ भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता की नींव भी गहरी होती है
Rajnath Singh SCO 2025 : अगले चरण और कार्य योजना
- 2026 तक चौथी बैटरी: इंसीडेंटल तैनाती पूर्व रडार-पोत लेवल जांच, मेंटेनेंस आधार तैयार
- 2027 तक अंतिम बैटरी: मेंटेनेंस सेंटर, स्पेयर पार्ट्स स्टॉक, टेक-टू-इंडिया रिपेयर सुविधा
- दोनो पक्ष स्पियर्ड अपग्रेड, उठान और टेक्निकल सपोर्ट टारगेट पर नियमित बातचीत जारी रखेंगे
विशेषज्ञ और मिलिट्री प्रतिक्रियाएँ
- रक्षा विश्लेषक कहते हैं कि S‑400 से भारत की एयर बबल बढ़ेगी और किसी भी क्षेत्रीय तनाव को टलने की क्षमता मजबूत होगी
- वरिष्ठ सेना अधिकारी मानते हैं कि इस उपकरण से LAC और LoC पर स्थिर रक्षा कवच मिल सकेगा