(Tehelka Desk)PM Modi Mann Ki Baat:
पीएम का संस्मरण, आपातकाल में संविधान की हत्या की गई
प्रधानमंत्री PM Modi ने ‘मन की बात’ के इस संस्करण में 1975–77 आपातकाल को लोकतंत्र के लिए एक अंधेरा दौर बताते हुए कहा कि इस दौरान “संविधान और संवैधानिक संस्थाओं की हत्या की गई”। उन्होंने जोर देकर कहा की “कोर्ट्स, प्रेस, मीडिया, संसद सभी नियंत्रित थे, अनेक नागरिकों की व्यक्तिगत स्वतंत्रताएं छीनी गईं।
मोदी ने विपक्ष की आलोचनाओं की जिनमें “अजानी आपातकाल” जैसी बातें उठ रही हैं पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा किअगर सच में ऐसा होता, तो “आज कांग्रेस नेताओं पर कार्रवाई होती” । उन्होंने बीते दिनों की तारीख जैसे 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ घोषित करने को याद किया, ताकि यह अंधेरा काल कभी दोबारा न आए ।
PM Modi Mann Ki Baat: एक सतर्कता की आवश्यकता
मोदी ने कहा कि आपातकाल हमारी लोकतांत्रिक संस्कृति पर गहरी चोट थी, लेकिन उस पर लोकतांत्रिक माध्यमों से विजय प्राप्त हुई। उन्होंने बताया कि यह “दुनिया में शायद ही ऐसा उदाहरण” होगा जहां लोकतंत्र को लोकतांत्रिक रास्तों से पुनर्स्थापित किया गया । उनका संदेश साफ था की निगरानी करना जरूरी है, तभी लोकतंत्र जिंदा रहेगा। इसे ही वे “eternal vigilance” कहते हैं ।
PM Modi Mann Ki Baat: स्वस्थ जीवन का सूत्र, योग दिवस
पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) को स्वास्थ्य एवं जीवनशैली सुधार का एक शक्तिशाली अवसर बताया। उन्होंने देशवासियों से रोजाना योग अपनाने की अपील की, जिससे मन और शरीर दोनों को लाभ हो।
योग को मानसिक और शारीरिक रोगों जैसे तनाव, मधुमेह, मोटापा के रोकथाम के समेकित उपाय के रूप में उजागर किया। इस संदेश को उन्होंने ‘मन की बात’ की मूल भावना, समाज को सामान्य से बेहतर जीवन की ओर ले जाने के अनुरूप रखा।
PM Modi Mann Ki Baat: संविधान हत्या दिवस’, संवैधानिक सम्मान का आह्वान
मोदी ने 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ घोषित करने के पीछे का दृष्टिकोण स्पष्ट किया—यह दिन याद दिलाता है कि संविधान की हत्या करने की कोशिश हुई थी । वे चाहते हैं कि यह दिन देश के भविष्य को लोकतंत्र के प्रति जागरूक रखने वाले लोगों के संघर्ष और त्याग का सम्मान हो और यह सन्देश दिया जाए कि अनुशासन, स्वतंत्रता व संवैधानिकता को सदा जीवित रखा जाए। छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में इस दिन जन-जागरण कार्यक्रम भी आयोजित हुए, जिन्हें मोदी ने स्मरण किया ।
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PM Modi Mann Ki Baat: कांग्रेस पर घेराव
कांग्रेस ने ‘अजाने आपातकाल’ जैसे आरोप लगाए, लेकिन मोदी सरकार ने इसे खारिज करते हुए कहा कि अगर ऐसा होता, तो “आज कांग्रेस के नेताओं को जेलों में होना चाहिए” ।
कांग्रेस को लोकतंत्र की सही भावना समझने, संवैधानिकता को बचाने के लिए सजग रहने की नसीहत भी दी गई।
PM Modi Mann Ki Baat: सामाजिक-सांस्कृतिक और प्रशासनिक पहल
‘मन की बात’ में आपातकाल के अलावा निम्न विषयों को भी शामिल किया गया:
- संवैधानिक शिक्षा गहराई:
मोदी ने सभी नागरिकों, विशेषतः युवाओं से संविधान की गहराई से समझने की अपील की और संविधान दिवस की पोर्टलॉन्च पर ज़िक्र किया । - विकासशील और आतंरिक पहल:
‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभियान का भी जिक्र किया गया, जिससे देश का सुरक्षा ढाँचा मजबूत हुआ है ।
साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था, स्व-रोज़गार परियोजनाओं, शहद उत्पादन जैसे विषयों पर भी प्रकाश डाला गया। - मीडिया और न्यायपालिका की भूमिका:
उन्होंने प्रेस और न्यायपालिका को लोकतंत्र का आधार बताया, जिन्हें आपातकाल में नियंत्रण के दायरे में रखा गया था। इन्हें स्वतंत्र बनाए रखने की ज़रूरत बताई ।
PM Modi Mann Ki Baat: अर्थव्यवस्था एवं युवाओं को संदेश
- मोदी ने कहा कि सूचना और जागरूकता ही लोकतंत्र को मजबूत बनाती है की यह लोकतंत्र की संस्कृति है।
- युवाओं के लिए यह आवश्यक है कि वे संविधान के प्रति सजग रहें और लोकतांत्रिक संस्थाओं को थामें रहें।
PM Modi Mann Ki Baat: ‘मन की बात’ का संदेश
‘मन की बात’ का यह संस्करण एक युक्तिगत और समग्र संदेश है:
- ऐतिहासिक सीख: आपातकाल का अंधकार याद दिलाता है कि हमें लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करनी है।
- आधुनिक जागरूकता: योग, स्वास्थ्य, सांस्कृतिक-आर्थिक विकास से जुड़ी पहलें।
- आस्था व जिम्मेदारी: स्वतंत्रता-विरोध के दौर से सबक लेते हुए, संविधान और लोकतंत्र की संस्कृति को बनाना और सुरक्षा देना।