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PM Modi-Elon Musk Talks : (Tehelka Desk) जब से डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर कमान संभाली थी, उन्होंने कई ऐसे फैसले लिए जो पारंपरिक राजनीति से हटकर थे। इन्हीं में से एक था उनका ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ यानी बदले में टैरिफ लगाने की नीति। इसका मतलब था—अगर कोई देश अमेरिकी सामान पर ज़्यादा टैक्स लगाता है, तो अमेरिका भी उसी तरह उस देश के उत्पादों पर टैक्स लगाएगा। इस कदम का असर सिर्फ अमेरिका तक सीमित नहीं रहा, बल्कि दुनिया भर में टैरिफ वॉर यानी टैक्स लगाने की होड़ शुरू हो गई।
PM Modi-Elon Musk Talks : PM मोदी और एलन मस्क की फोन पर बातचीत, टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को लेकर बढ़ेगा साथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और टेस्ला के CEO एलन मस्क के बीच हाल ही में एक अहम बातचीत हुई। ये बातचीत फोन पर हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने भविष्य में साथ मिलकर काम करने की संभावनाओं पर चर्चा की। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा, उन्होंने बताया कि ‘एलन मस्क से बातचीत हुई। इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
इस साल के शुरुआत में वॉशिंगटन डीसी की यात्रा के दौरान जिन टॉपिक्स को हमने कवर किया था, बातचीत के दौरान उन पर भी चर्चा हुई। हमने टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्र में व्यापक संभावनाओं को देखते हुए सहयोग पर चर्चा की। इन क्षेत्रों में अमेरिका के साथ सहयोग और साझेदारी बढ़ाने के प्रति भारत पूरी तरह से समर्पित है’।
PM Modi-Elon Musk Talks : गौरतलब है कि यह बातचीत उस वक्त हो रही है जब डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति बन चुके हैं। ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली वॉशिंगटन यात्रा थी। इस दौरान उन्होंने अमेरिका के टॉप नेताओं से मुलाकात की और कई अहम मुद्दों पर बातचीत की, जिसमें एलन मस्क से मुलाकात भी शामिल थी।
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PM Modi-Elon Musk Talks : PM मोदी और मस्क की बातचीत ऐसे वक्त में हुई, जब दांव पर है ट्रेड डील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एलन मस्क के बीच हुई बातचीत सिर्फ एक औपचारिक चर्चा नहीं थी—इसकी टाइमिंग भी काफी मायने रखती है। ये बातचीत ऐसे वक्त में हुई है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर खींच-तान चल रही है। ट्रंप सरकार भारत पर भारी टैरिफ लगाने को लेकर पहले ही सख्त रुख अपना चुकी है। भारत पर फिलहाल 26% टैरिफ लगाया गया है, जिससे वह सबसे ज़्यादा टैरिफ झेलने वाले देशों में शामिल हो गया है। यही नहीं, ताइवान (32%), दक्षिण कोरिया (26%) और जापान (24%) जैसे देशों को भी इसी तरह टारगेट किया गया है।
PM Modi-Elon Musk Talks : इस स्थिति में भारत और अमेरिका के बीच एक अहम ट्रेड डील पर बातचीत चल रही है, ताकि टैरिफ वॉर के बुरे असर से बचा जा सके। व्हाइट हाउस को उम्मीद है कि आने वाले दो से तीन हफ्तों में इस डील पर मुहर लग सकती है।
अब मस्क सिर्फ एक बिज़नेस लीडर नहीं रहे—वो अमेरिका में ट्रंप के बाद सबसे प्रभावशाली शख्सियतों में गिने जा रहे हैं। टेक्नोलॉजी, स्पेस और सोशल मीडिया की दुनिया से लेकर इंटरनेशनल डिप्लोमेसी तक, उनकी मौजूदगी हर जगह महसूस की जा रही है। ऐसे में मोदी और मस्क की बातचीत को सिर्फ टेक्नोलॉजी की चर्चा कहना शायद काफी नहीं होगा—ये एक बड़े कूटनीतिक और रणनीतिक दौर की अहम कड़ी भी हो सकती है।
PM Modi-Elon Musk Talks : भारत में एंट्री को बेताब मस्क, स्टारलिंक के लिए दिख रही नई उम्मीद
एलन मस्क सिर्फ दुनिया के सबसे चर्चित उद्यमियों में से एक नहीं हैं, वो एक सपना भी देख रहे हैं—भारत में अपने सैटेलाइट इंटरनेट नेटवर्क स्टारलिंक को लॉन्च करने का। मस्क की कंपनियां, स्पेसएक्स और टेस्ला, पहले से ही इनोवेशन की दुनिया में धूम मचा रही हैं। लेकिन अब उनकी नजर भारत जैसे बड़े और संभावनाओं से भरे बाजार पर है। कई सालों से मस्क की कोशिश है कि उनकी कंपनी स्टारलिंक भारत में अपनी सेवाएं शुरू कर सके, जिससे दूर-दराज़ के इलाकों तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाया जा सके। हाल ही में इस दिशा में एक बड़ी हलचल देखने को मिली।
PM Modi-Elon Musk Talks : भारत की कुछ टेलीकॉम कंपनियों ने स्टारलिंक के साथ डील की है, जो इस बात का संकेत है कि कंपनी को लेकर भारत में गंभीरता बढ़ रही है। हालांकि, अभी तक स्टारलिंक को भारत में आधिकारिक तौर पर ऑपरेट करने की मंजूरी नहीं मिली है।इस हफ्ते की शुरुआत में स्टारलिंक के सीनियर अधिकारियों ने भारत का दौरा किया और कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल से मुलाकात की। बातचीत सकारात्मक रही, लेकिन अभी यह साफ नहीं है कि उन्होंने दूरसंचार विभाग के अफसरों से भी संपर्क किया या नहीं।
मस्क के लिए ये मौका काफी अहम है। भारत में इंटरनेट पहुंच बढ़ाना जहां सरकार की प्राथमिकता है, वहीं मस्क की तकनीक उस लक्ष्य में मददगार साबित हो सकती है। अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि क्या मस्क को भारत में हरी झंडी मिलेगी—या इंतजार थोड़ा और लंबा होगा।