Pauri Garhwal Honeytrap Bust : पौड़ी गढ़वाल में ब्लैकमेलिंग गिरोह का भंडाफोड़, युवती समेत दो गिरफ्तार
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Pauri Garhwal Honeytrap Bust : (Tehelka Desk) उत्तराखंड के शांत और खूबसूरत जिले पौड़ी गढ़वाल से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। पुलिस ने एक ऐसे शातिर गैंग का पर्दाफाश किया है जो लोगों को प्रेम के जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करता था। इस गैंग में एक युवती समेत दो लोग शामिल थे, जिन्हें अब गिरफ्तार कर लिया गया है।पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह पहले लोगों से दोस्ती करता था, फिर धीरे-धीरे उन्हें अपने जाल में फंसाकर आपत्तिजनक वीडियो बना लेता था। इसके बाद उन्हीं वीडियो को दिखाकर पीड़ितों से मोटी रकम की मांग की जाती थी।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई की और आरोपियों को धर दबोचा। फिलहाल दोनों से पूछताछ जारी है और पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं इस गैंग के और सदस्य तो नहीं हैं।
Pauri Garhwal Honeytrap Bust : पौड़ी गढ़वाल में खुला ब्लैकमेल गैंग का राज, लिफ्ट मांगकर लोगों को फंसाती थी महिला, फिर वीडियो के जरिए होती थी वसूली
पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने सबको हैरान कर दिया है। पुलिस ने एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो लोगों को जाल में फंसाकर ब्लैकमेलिंग का गंदा खेल खेल रहा था। इस मामले में एक युवती और उसके पुरुष साथी को गिरफ्तार किया गया है।इस पूरे मामले की शुरुआत तब हुई जब कोटद्वार के एक व्यक्ति ने पुलिस को तहरीर दी।
उस व्यक्ति ने आरोप लगाया कि एक महिला और उसका साथी उसे झूठे रेप केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे वसूल रहे हैं। इस शिकायत के बाद कोटद्वार कोतवाली में मामला दर्ज किया गया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) लोकेश्वर सिंह के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की गई।
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Pauri Garhwal Honeytrap Bust : कैसे देते थे आरोपी घटना को अंजाम
इस आधार पर कोतवाली कोटद्वार में मु.अ.सं-107/2025, धारा 308(6) BNS के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया। पुलिस की सीआईयू टीम ने सघन जांच के बाद आखिरकार दोनों आरोपियों — नवजोत सिंह और उसकी महिला साथी — को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में जो बातें सामने आईं, वे वाकई हैरान कर देने वाली थीं।पुलिस के मुताबिक, यह महिला अक्सर सड़कों पर लिफ्ट मांगती थी और फिर बातों-बातों में वाहन चालकों से दोस्ती कर लेती थी। धीरे-धीरे वह उन्हें अपने जाल में फंसाकर किसी होटल या किराए के कमरे में बुलाती थी। इसके बाद, पहले से तय योजना के तहत नवजोत वहां पहुंचकर दोनों की चुपके से वीडियो बना लेता था।
इसके बाद शुरू होता था असली खेल — वीडियो वायरल करने या रेप केस में फंसाने की धमकी देकर पीड़ित से मोटी रकम वसूली जाती थी। पुलिस का कहना है कि अब तक इस गैंग ने दर्जनों लोगों को अपना शिकार बनाया है।फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों के आपराधिक इतिहास को खंगाल रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं इस गैंग में और लोग तो शामिल नहीं हैं। एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने आम लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और कहा है कि ऐसे मामलों में फौरन पुलिस को सूचित करें।