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- 1 Pahalgam Attack : 35 साल से भारत में बसी शारदा बाई को देश छोड़ने का आदेश, भावुक अपील में बोलीं- “अब मेरा घर यहीं है”
- 2 Pahalgam Attack : 35 साल से भारत में बसी शारदा बाई की भावुक अपील: “मुझे मेरे परिवार से अलग मत कीजिए”
- 3 Pahalgam Attack : “मुझे मेरे पोते-पोतियों से अलग मत कीजिए” — 35 साल से भारत में रह रही शारदा बाई की सरकार से भावुक अपील
Pahalgam Attack : (Tehelka Desk) पाहलगाम हमले के बाद, प्रशासन ने एक पाकिस्तानी मूल की महिला को भारत छोड़ने का निर्देश दिया है। यह महिला पिछले 35 सालों से भारत को ही अपना घर मानकर यहीं रह रही थी। आदेश मिलते ही वह भावुक हो उठी और हाथ जोड़कर सरकार से अपील की कि उसे अपने परिवार से अलग न किया जाए। आँखों में आँसू लिए महिला ने कहा, “अब पाकिस्तान में मेरा कोई नहीं है। मेरा पूरा जीवन, मेरा परिवार, सब कुछ यहीं है।” उसने भावुक होकर कहा कि वह यहीं की होकर रह गई है और अब वापसी का कोई अर्थ नहीं बचा।महिला की इस अपील ने कई लोगों का दिल छू लिया है।
Pahalgam Attack : 35 साल से भारत में बसी शारदा बाई को देश छोड़ने का आदेश, भावुक अपील में बोलीं- “अब मेरा घर यहीं है”
Pahalgam Attack : पहलगाम हमले के बाद, भारत सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों के लिए देश छोड़ने का आदेश जारी किया है। इस फैसले से कई जिंदगियां प्रभावित हो रही हैं, और इसी में एक नाम है शारदा बाई का।शारदा बाई बीते 35 वर्षों से भारत में रह रही हैं, इसी मिट्टी में अपनी जड़ें जमाई हैं, इसी देश में अपना परिवार बसाया है। लेकिन अब ओडिशा पुलिस ने उन्हें फौरन भारत छोड़ने का आदेश दिया है। अधिकारियों का कहना है कि शारदा बाई का वीजा रद्द कर दिया गया है और उन्हें बिना किसी देरी के पाकिस्तान लौटना होगा।
साथ ही चेतावनी दी गई है कि आदेश न मानने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस खबर के सामने आते ही माहौल भावुक हो गया। शारदा बाई ने हाथ जोड़कर सरकार से अपील की है, “35 साल बाद अब पाकिस्तान में मेरा कोई नहीं है। मेरा घर, मेरा परिवार, सब कुछ यहीं है। मुझे मेरे परिवार से अलग मत कीजिए।”उनकी आवाज़ में डर भी था और टूटती उम्मीद भी।
Pahalgam Attack : 35 साल से भारत में बसी शारदा बाई की भावुक अपील: “मुझे मेरे परिवार से अलग मत कीजिए”
पहलगाम हमले के बाद सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया है। इस फैसले की चपेट में अब वो लोग भी आ रहे हैं, जिनकी जड़ें दशकों से भारत की मिट्टी में गहरी हो चुकी हैं। ऐसा ही एक नाम है शारदा बाई का — एक महिला, जिसने अपना जीवन, अपना परिवार, सब कुछ यहीं भारत में बसाया है। करीब 35 साल पहले शारदा बाई ने ओडिशा के बोलांगीर जिले में एक हिंदू परिवार के बेटे, महेश कुकरेजा से शादी की थी। इस शादी से उनके दो बच्चे — एक बेटा और एक बेटी — हैं, जो भारतीय नागरिक हैं।
Pahalgam Attack : शारदा बाई के पास भारतीय वोटर आईडी और कई अन्य वैध दस्तावेज भी हैं। फिर भी, किस्मत की एक कड़वी सच्चाई यह है कि उन्हें कभी भारतीय नागरिकता नहीं मिल पाई। आज, जब ओडिशा पुलिस ने उन्हें पाकिस्तान लौटने का फरमान सुनाया, तो शारदा बाई की दुनिया जैसे उजड़ गई। उनकी आँखों में आँसू थे और हाथ जुड़े हुए। उन्होंने सरकार से गुहार लगाई, “मैंने अपना पूरा जीवन यहीं बिताया है। अब पाकिस्तान में मेरा कोई नहीं है। मेरा परिवार, मेरा सब कुछ यहीं है। मुझे उनसे अलग मत करिए।
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Pahalgam Attack : “मुझे मेरे पोते-पोतियों से अलग मत कीजिए” — 35 साल से भारत में रह रही शारदा बाई की सरकार से भावुक अपील
Pahalgam Attack ; 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। 26 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव गहरा गया। इसी सख्ती के माहौल में भारत सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दे दिया। इस आदेश के चलते कई ज़िंदगियों पर असर पड़ा, लेकिन शारदा बाई की कहानी सबसे ज्यादा दिल छूने वाली है। शारदा बाई करीब 35 साल पहले पाकिस्तान से भारत आई थीं। उनकी शादी ओडिशा के बोलांगीर जिले के एक हिंदू युवक, महेश कुकरेजा से हुई थी।
Pahalgam Attack : आज उनके दो व्यस्क बच्चे और पोते-पोतियां हैं — पूरा परिवार भारतीय नागरिक है। शारदा बाई के पास वोटर आईडी सहित कई भारतीय दस्तावेज हैं, लेकिन किस्मत ने उन्हें कभी औपचारिक नागरिकता नहीं दी। अब जब ओडिशा पुलिस ने उन्हें देश छोड़ने का नोटिस दिया, तो उनका दिल टूट गया। हाथ जोड़कर उन्होंने सरकार से विनती की, “मैं पहले कोरापुट आई थी, फिर बोलांगीर में बसी। अब पाकिस्तान में मेरा कोई नहीं है।
मैं भारतीय नागरिक के तौर पर यहीं रहना चाहती हूं। कृपया मुझे मेरे परिवार से अलग न करें। मेरे पोते-पोतियां यहीं हैं, मेरा जीवन यहीं है।