Headings
- 1 Omar Abdullah Meets PM Modi Pahalgam Attack : उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री को बताया—हमले के खिलाफ एकजुट है जम्मू-कश्मीर, वीर आदिल हुसैन के बलिदान को दी श्रद्धांजलि
- 2 Omar Abdullah Meets PM Modi Pahalgam Attack : अमरनाथ यात्रा की तैयारियों पर पीएम मोदी से बोले उमर अब्दुल्ला—सुरक्षा और पर्यटन, दोनों हैं अहम
- 3 Omar Abdullah Meets PM Modi Pahalgam Attack : मिनी स्विट्ज़रलैंड’ में मातम: पहलगाम आतंकी हमले में 26 की मौत, सीएम बोले—’सालों में सबसे बड़ा हमला आम लोगों पर’
- 4 Omar Abdullah Meets PM Modi Pahalgam Attack : 74 महीने बाद फिर कांप उठी घाटी—पहलगाम के ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ में खूबसूरत सपनों पर बरसी गोलियां
Omar Abdullah Meets PM Modi Pahalgam Attack : (Tehelka Desk) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को 11 दिन बीत चुके हैं, लेकिन लोगों का आक्रोश अब भी थमा नहीं है। घाटी में तनाव बना हुआ है और सुरक्षाबल लगातार हमलावर आतंकियों को पकड़ने की कोशिशों में जुटे हैं। इसी बीच, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शनिवार को दिल्ली पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
करीब आधे घंटे चली इस बैठक में दोनों नेताओं ने हालात की गंभीरता पर चर्चा की। उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री को बताया कि हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के लोगों में गहरी पीड़ा और गुस्सा है, और जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। इस मुलाकात के दौरान अमरनाथ यात्रा की तैयारियों, राज्य में सुरक्षा व्यवस्था और विकास से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई। अधिकारियों के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी से आग्रह किया कि राज्य में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से और सहयोग मिले।
Omar Abdullah Meets PM Modi Pahalgam Attack : उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री को बताया—हमले के खिलाफ एकजुट है जम्मू-कश्मीर, वीर आदिल हुसैन के बलिदान को दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राज्य की जनता की भावनाओं को सीधे तौर पर उनके सामने रखा। उन्होंने बताया कि 28 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की है। सीएम अब्दुल्ला ने कहा कि इस नृशंस हमले के बाद राज्य के लोगों ने हिंसा के खिलाफ एकजुट होकर अपने मन की बात रखी है।
Omar Abdullah Meets PM Modi Pahalgam Attack : उन्होंने प्रधानमंत्री को भरोसा दिलाया कि जम्मू-कश्मीर की जनता शांति चाहती है और आतंक के हर रूप को खारिज करती है। बातचीत के दौरान उमर अब्दुल्ला ने एक बेहद मार्मिक घटना का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि कैसे टट्टू सवारी का संचालन करने वाले सैयद आदिल हुसैन शाह ने पर्यटकों की जान बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी। आदिल ने साहस दिखाते हुए एक आतंकी से हथियार छीनने की कोशिश की, लेकिन इस वीर प्रयास में उन्होंने अपनी जान गंवा दी।
Omar Abdullah Meets PM Modi Pahalgam Attack : अमरनाथ यात्रा की तैयारियों पर पीएम मोदी से बोले उमर अब्दुल्ला—सुरक्षा और पर्यटन, दोनों हैं अहम
प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आगामी अमरनाथ यात्रा को लेकर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि 3 जुलाई से शुरू होने वाली यह 38 दिवसीय वार्षिक यात्रा केवल आस्था का नहीं, बल्कि राज्य की शांति और पर्यटन से जुड़े उम्मीदों का प्रतीक भी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस साल यात्रा के लिए तैयारियां ज़ोरों पर हैं, लेकिन हालिया आतंकी हमले के चलते सुरक्षा को लेकर चिंताएं भी बढ़ गई हैं।
Omar Abdullah Meets PM Modi Pahalgam Attack : उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, ताकि हर यात्री न केवल सुरक्षित, बल्कि निश्चिंत होकर बाबा बर्फानी के दर्शन कर सके। अमरनाथ यात्रा दो मार्गों से होती है—एक, पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा पहलगाम रूट, जो अनंतनाग जिले से होकर जाता है; और दूसरा, 14 किलोमीटर लंबा बालटाल रूट, जो गंदेरबल जिले में स्थित है और अपेक्षाकृत खड़ी चढ़ाई वाला है। उमर अब्दुल्ला ने इस मौके पर यह भी कहा कि अमरनाथ यात्रा सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि कश्मीर के तेजी से बढ़ते पर्यटन उद्योग का एक अहम हिस्सा भी है।
Also Read : एजाज खान का शो ‘हाउस अरेस्ट’ विवादों में घिरा, उल्लू एप ने उठाया बड़ा कदम
Omar Abdullah Meets PM Modi Pahalgam Attack : मिनी स्विट्ज़रलैंड’ में मातम: पहलगाम आतंकी हमले में 26 की मौत, सीएम बोले—’सालों में सबसे बड़ा हमला आम लोगों पर’
जम्मू-कश्मीर का पहलगाम, जिसे उसकी खूबसूरती के चलते ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ कहा जाता है, अब शांति नहीं बल्कि एक दर्दनाक हादसे के लिए याद किया जा रहा है। मंगलवार दोपहर यहां एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर हुए आतंकवादी हमले ने 26 जिंदगियां छीन लीं। मृतकों में ज्यादातर पर्यटक थे, जो सिर्फ कश्मीर की वादियों का आनंद लेने आए थे। हमले में दो विदेशी नागरिक और दो स्थानीय निवासी भी शामिल हैं।
Omar Abdullah Meets PM Modi Pahalgam Attack : यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला माना जा रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमलावरों ने पूरी तरह सुनियोजित तरीके से हमला किया और इलाके में अफरा-तफरी मचा दी। घटना ऐसे समय में हुई जब जम्मू-कश्मीर में ट्रैकिंग और पर्यटन का सीज़न चरम पर है और अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं। यह हमला सिर्फ इंसानी जानों पर ही नहीं, बल्कि राज्य के भरोसे, पर्यटन पर निर्भर लोगों की रोज़ी-रोटी, और एक शांतिपूर्ण माहौल की उम्मीद पर भी सीधा वार है।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “हाल के वर्षों में आम लोगों पर हुआ सबसे बड़ा हमला” बताया। उन्होंने कहा कि इस जघन्य घटना ने पूरे जम्मू-कश्मीर को झकझोर दिया है। “ये केवल आतंक नहीं, यह हमारी साझा इंसानियत पर हमला है।
Omar Abdullah Meets PM Modi Pahalgam Attack : 74 महीने बाद फिर कांप उठी घाटी—पहलगाम के ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ में खूबसूरत सपनों पर बरसी गोलियां
Omar Abdullah Meets PM Modi Pahalgam Attack : जम्मू-कश्मीर की वादियां एक बार फिर खून से लाल हो गईं। पुलवामा हमले के 74 महीने बाद, घाटी ने एक और भयानक मंजर देखा—इस बार पहलगाम के पास, उस जगह पर जिसे लोग प्यार से ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ कहते हैं। हरे-भरे घास के मैदानों और चीड़ के घने जंगलों के बीच बसे बैसरन इलाके में पर्यटक पिकनिक मना रहे थे, घोड़े की सवारी कर रहे थे, और कुछ सिर्फ वादियों की खूबसूरती को कैमरे में कैद कर रहे थे, तभी अचानक गोलियों की आवाज़ ने सब कुछ बदल दिया।
Omar Abdullah Meets PM Modi Pahalgam Attack : प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हथियारों से लैस आतंकवादी अचानक इलाके में घुसे और भोजनालयों के पास मौजूद पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। वहां खुशी और सुकून की तलाश में आए लोगों की चीखें वादियों में गूंज उठीं। इस हमले में 26 मासूम जानें चली गईं, जिनमें दो विदेशी नागरिक और दो स्थानीय लोग भी शामिल हैं।
यह हमला उस बैसरन मैदान में हुआ, जो पर्यटकों के बीच एक शांतिपूर्ण और रमणीय स्थल माना जाता है—एक ऐसी जगह जो डर नहीं, सुकून देती थी। हमले की जिम्मेदारी ली है लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने—जो पाकिस्तान में स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठन का ही एक नया चेहरा है।