Navratri 2025 : दिल्ली में नवरात्रों पर 10 दिन Meat बैन से सियासी सरगर्मियां तेज,कहीं मिला समर्थन तो कहीं हो रहा है विरोध
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Navratri 2025: Tehelka Desk: आगामी 30 मार्च से हिन्दू धर्म में पवित्र नवरात्रों का आगाज होने जा रहा है। जिसको लेकर देश में सामाजिक भाईचारे को खत्म करने वाले कुछ तत्वों ने धर्म के इस पवित्र त्योहार को हिन्दू-मुस्लिम बनाने की मुहीम शुरू की हुई है। जिसके चलते हाल ही में दिल्ली में नवरात्रों पर दिल्ली सरकार ने बजट के दौरान सदन में नवरात्र में मीट बैन करने का मुद्दा उठाया था। बीजेपी के कई विधायकों ने इस मुहीम के समर्थन में अपनी आवाज उठाई।
इस मामले में रविंद्र सिंह नेगी, मोहन सिंह बिष्ट और अजय महावर समेत कई नेताओं ने सख्त रुख अपनाया और नगर निगम से तुरंत इस मुद्दे पर एक्शन लेने की मांग उठाई। जिसके चलते अब दिल्ली में 10 दिन तक मीट बिक्री पर बैन लगा दिया गया है।
Ravindra Singh Negi
दिल्ली सरकार के बजट सत्र में पटपड़ गंज से विधायक रविंद्र सिंह नेगी ने सबसे पहले ये मुद्दा सदन के सामने रखा था। उन्होंने नवरात्रि के दौरान मीट शॉप बंद रखने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि व्रत के दौरान मीट की दुकानें खुली देखकर लोगों की भावनाएं आहत होती हैं। इसलिए लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए ये कदम उठाना चाहिए। रविंद्र ने कहा – “जब मैं विधायक था तब मैंने अपने वार्ड से इस पहल की शुरुआत की थी, अब इसे दिल्ली में भी लागू किया जाना चाहिए।”
भजनपुरा से बीजेपी विधायक अजय महावर ने खुले में मीट बेचने को लेकर नाराजगी जताई थी। उनका कहना था कि त्योहारों के समय में मीट की दुकान खुली होने से लोगों की आस्था भंग होती है और लोगों को खुद जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि किसी की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं। ऐसे में खुले में मीट बेचने पर प्रतिबंध लगना चाहिए। वहीं उन्होंने मुस्तफाबाद का नाम बदलने का मुद्दा भी सदन में उठाया। उन्होंने कहा कि मुस्तफाबाद का नाम बदलकर शिव विहार रख देना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने सहारनपुर स्टेशन का नाम माँ शाकम्बरी देवी के नाम पर रखने के बाद अब मुसलमानों को मीट न खाने की सलाह दे डाली है। मीट बैन की डिमांड पर इमरान ने कहा कि अगर 10 दिन आप मीट नहीं खाओगे तो घिस नहीं जाओगे, मैं मीट नहीं खाता, मुझे तो कुछ भी नहीं हुआ। इमरान यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि अगर ऐसा करने से किसी को खुशी मिलती है तो क्या दिक्कत है। उनका ये बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
इस फैसले के तुरंत बाद कई संगठनों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गयी है और राजनितिक बयानबाज़ियों से राजनितिक गलियारों में भी माहौल गरम नज़र आ रहा है। वही सामाजिक संगठनों ने अपनी अलग प्रतिक्रियाएं दी है।
इस बीच, जम्मू और कश्मीर के मंत्री सतीश शर्मा ने जब भाजपा विधायक द्वारा राज्य में मांस की दुकानों को बंद करने की मांग के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “जम्मू और कश्मीर एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है जहाँ लोग सद्भावना से रहते हैं। लोगों पर कोई आदेश थोपने की आवश्यकता नहीं है, इसके बजाय, उन्हें स्वेच्छा से यह कदम उठाना चाहिए।”
नेशनल कांफ्रेंस के विधायक तनवीर सदीर ने मांस की दुकानों को बंद करने के कदम का विरोध करते हुए कहा, “आप केवल धार्मिक कारणों से मांस की दुकानों को नहीं बंद कर सकते। रमजान चल रहा है, लेकिन हमने धार्मिक कारणों से विधानसभा में स्थित रेस्तरां और कैंटीन को बंद करने की मांग नहीं की।”
उत्तराखंड में हिन्दू रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष ललित शर्मा ने बताया कि राजधानी देहरादून में नवरात्रों पर मीट शॉप बैन करवाने के लिए जल्द ही प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाएगा और हिन्दू रक्षा दल अपने स्तर पर दुकानें बंद करवाने के लिए हर संभव कदम उठाएगा। ललित ने आगे कहा कि नवरात्र हिंदुओं का पवित्र त्योहार है, जिस आस्था का सम्मान हर किसी को करना चाहिए। ऐसे में यदि उपवास के दौरान मीट शॉप खुली होंगी तो इससे हिन्दू आस्था को ठेस पहुंचेगी। इसलिए इस मामले पर जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे और अपने आसपास के लोगों को भी इसके लिए जागरूक करेंगे और पर्व के दौरान मीट शॉप बंद कराने का कार्य करेंगे।