Nainital Minor Rape Case : उस्मान की दरिंदगी का खुलासा, लाल कार या थार में छिपा अपराध का राज
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- 1 Nainital Minor Rape Case : लाल रंग की कार या थार में छिपा है अपराध का राज
- 2 Nainital Minor Rape Case : मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि, मासूम ने पहचाना दरिंदा उस्मान
- 3 Nainital Minor Rape Case : पीड़ित बच्ची और उसकी बहन को हॉस्टल स्कूल में दाखिला दिलाने की पहल
- 4 Nainital Minor Rape Case : मासूम की हालत में सुधार, काउंसलिंग से लौट रही है मुस्कान
Nainital Minor Rape Case : (Tehelka Desk) नैनीताल में एक मासूम बच्ची के साथ हुए जघन्य अपराध ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में आरोपी ठेकेदार उस्मान की क्रूरता की परतें अब खुल रही हैं। पुलिस ने जांच को और तेज कर दिया है, और फोरेंसिक टीम ने उस्मान के घर और गैरेज से अहम सबूत जुटाए हैं। उसके घर से सीसीटीवी का डीवीआर जब्त किया गया है, और घटना में इस्तेमाल हुए वाहन—संभवतः लाल रंग की कार या थार—से भी नमूने लिए गए हैं।
Nainital Minor Rape Case : पीड़ित बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट ने उस्मान की दरिंदगी को और उजागर किया है, जिसमें उसकी हैवानियत का भयावह सच सामने आया है। रविवार को फोरेंसिक विशेषज्ञ डॉ. हेमंत होल्कर के नेतृत्व में हल्द्वानी और रुद्रपुर की टीमें नैनीताल पहुंचीं। मल्लीताल कोतवाली प्रभारी हेमचंद्र पंत और जांच अधिकारी आशा बिष्ट के साथ मिलकर टीम ने उस्मान के घर और गैरेज की गहन तलाशी ली। दो घंटे तक चली इस जांच में गैरेज के हर कोने को बारीकी से खंगाला गया।
कई संदिग्ध वस्तुओं को सील कर कब्जे में लिया गया। इस दौरान इलाके को पीले टेप से बैरिकेडिंग कर बाहरी लोगों का प्रवेश रोक दिया गया।
Nainital Minor Rape Case : लाल रंग की कार या थार में छिपा है अपराध का राज
ननीताल में मासूम बच्ची के साथ हुए जघन्य अपराध की जांच में एक नया मोड़ आया है। पुलिस ने शनिवार को आरोपी उस्मान के तीन वाहनों—एक बलेनो कार, एक थार, और एक ऑल्टो कार—को अपने कब्जे में लिया। हैरानी की बात यह है कि तीनों वाहन लाल रंग के हैं। पीड़ित बच्ची ने सिर्फ इतना बताया था कि उसे लाल रंग की गाड़ी में वहशीपन का शिकार बनाया गया। लेकिन अब सवाल यह है कि उस्मान की इन तीनों लाल गाड़ियों में से किसमें यह घिनौना कृत्य हुआ?
Nainital Minor Rape Case : पुलिस के सामने अब यह चुनौती है कि अपराध में इस्तेमाल हुए वाहन की सटीक पहचान की जाए। बच्ची की हालत को देखते हुए पुलिस उससे गाड़ी की पहचान कराने की कोशिश कर सकती है।
इसके बाद उस वाहन से फोरेंसिक सबूत जुटाए जाएंगे। अपराध शाखा के एसपी जगदीश चंद्र ने बताया कि जल्द ही घटना में इस्तेमाल हुए वाहन से नमूने एकत्र किए जाएंगे, ताकि जांच को और मजबूती मिल सके। यह मामला न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर सवाल खड़ा करता है। हर कोई चाहता है कि मासूम को जल्द न्याय मिले और दोषी को सख्त से सख्त सजा दी जाए।
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Nainital Minor Rape Case : मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि, मासूम ने पहचाना दरिंदा उस्मान
नैनीताल में 12 साल की मासूम बच्ची के साथ हुई हैवानियत की सच्चाई अब सामने आ चुकी है। 72 साल के ठेकेदार उस्मान की घिनौनी करतूत का खुलासा पीड़ित बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट ने कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के सूत्रों के अनुसार, मेडिकल रिपोर्ट में साफ हो गया है कि बच्ची के साथ रेप किया गया। मामला कोर्ट में होने के कारण अधिकारी खुले तौर पर बोलने से बच रहे हैं, लेकिन जांच से पहले ही यह साफ था कि बच्ची के साथ क्रूरता हुई है।
Nainital Minor Rape Case : बच्ची की हालत इतनी नाजुक थी कि वह 10 दिन तक चल भी नहीं पाई थी। उसकी मां उसे इलाज के लिए हल्द्वानी लेकर गई, लेकिन महिला अस्पताल में उसे ठीक से उपचार नहीं मिल सका। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि मां ने वहां मेडिकल जांच कराने से मना कर दिया था। बाद में जब मुकदमा दर्ज हुआ, तब मेडिकल जांच कराई गई, जिसमें दुष्कर्म की पुष्टि हुई।
सूत्रों के मुताबिक, मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद पुलिस बच्ची को लेकर आरोपी की शिनाख्त के लिए गई। बच्ची ने उस्मान को तुरंत पहचान लिया, जिससे उसकी दरिंदगी पर और पक्का सबूत मिला। इस दिल दहलाने वाली घटना ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। हर कोई चाहता है कि मासूम को जल्द इंसाफ मिले और दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
Nainital Minor Rape Case : पीड़ित बच्ची और उसकी बहन को हॉस्टल स्कूल में दाखिला दिलाने की पहल
नैनीताल में मासूम बच्ची के साथ हुई दिल दहलाने वाली घटना के बाद जिला प्रशासन ने संवेदनशीलता के साथ कदम उठाए हैं। प्रशासन ने पीड़ित बच्ची की काउंसलिंग शुरू की है ताकि उसे इस सदमे से उबारकर सामान्य जीवन में लाया जा सके। साथ ही, बच्ची और उसकी बड़ी बहन की बेहतर शिक्षा के लिए एक ठोस योजना तैयार की गई है। इसका मकसद है कि दोनों बहनों को अच्छी शिक्षा देकर आत्मनिर्भर बनाया जाए, ताकि उनके परिवार का भविष्य सुरक्षित और बेहतर हो सके।
Nainital Minor Rape Case : यह घटना विभिन्न माध्यमों से देशभर में चर्चा का विषय बन चुकी है। हर कोई इस संवेदनशील मामले में आरोपी को कड़ी सजा और पीड़िता को हर संभव मदद देने की मांग कर रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी तुरंत संज्ञान लिया। उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से बात कर जरूरी निर्देश दिए।
इसके बाद प्रशासन ने पीड़िता और उसकी बहन को हॉस्टल वाले स्कूल में दाखिला दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जहां उनकी शिक्षा के साथ-साथ सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। इस पहल ने बच्ची की मां के मन में अपने बच्चों के बेहतर भविष्य की एक नई उम्मीद जगाई है, जो अपनी बेटी की असहनीय पीड़ा से गहरे दुख में है। समाज भी इस परिवार के साथ खड़ा है और चाहता है कि मासूम को न सिर्फ न्याय मिले, बल्कि उसे एक सम्मानजनक और सुरक्षित जीवन भी मिले।
Nainital Minor Rape Case : मासूम की हालत में सुधार, काउंसलिंग से लौट रही है मुस्कान
नैनीताल की उस मासूम बच्ची, जिसने बीते दो हफ्तों से असहनीय दर्द और सदमे को झेला, अब धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है। काउंसलिंग और चिकित्सा उपचार के बाद उसकी हालत में सुधार देखने को मिल रहा है। पहले जो बच्ची अपनी बातें सिर्फ इशारों में बमुश्किल बता पाती थी, वह अब हल्के-हल्के बोलने लगी है।
Nainital Minor Rape Case : इतना ही नहीं, वह अपने करीबियों से आइसक्रीम और चॉकलेट जैसी अपनी पसंदीदा चीजों की मांग भी करने लगी है। यह छोटी-सी प्रगति उस बच्ची के लिए एक बड़ी उम्मीद की किरण है, जो इतने बड़े दुख से गुजरी है। उसका यह हौसला और अपनों के प्यार से मिल रही ताकत न सिर्फ उसके परिवार, बल्कि पूरे समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश है।