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- 1 Mamata Banerjee Murshidabad Visit : अपहरण की शिकायत या दबाव? पुलिस और दास परिवार के दावे आमने-सामने
- 2 Mamata Banerjee Murshidabad Visit : सॉल्ट लेक में बीजेपी का हंगामा, परिवार को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया
- 3 Mamata Banerjee Murshidabad Visit : “हम डर में जी रहे हैं” — CJI से सुरक्षा की गुहार, ममता के दौरे से पहले सियासी हलचल
Mamata Banerjee Murshidabad Visit : (Tehelka Desk) एक तरफ सुप्रीम कोर्ट में वक्फ कानून को लेकर आज अहम सुनवाई हो रही है, तो दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुर्शिदाबाद के दो दिवसीय दौरे पर जा रही हैं। लेकिन इस दौरे से ठीक पहले इलाके में सियासी और सामाजिक तनाव फिर से उभर आया है। 11 अप्रैल को वक्फ कानून को लेकर भड़की हिंसा में जान गंवाने वाले हरगोबिंद दास और उनके बेटे चंदन दास के परिवार ने अब मुर्शिदाबाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
Mamata Banerjee Murshidabad Visit : उनका कहना है कि पुलिस ने उन्हें डराने-धमकाने की कोशिश की है। डर से कांपते इस परिवार ने देश की सर्वोच्च अदालत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना, कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणम और राज्यपाल सीवी आनंद बोस को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है। परिवार ने दावा किया है कि रविवार की सुबह मुर्शिदाबाद पुलिस की एक टीम कोलकाता के सॉल्ट लेक इलाके में एक बीजेपी कार्यकर्ता के घर में जबरन घुस आई, जहां यह परिवार बीते एक हफ्ते से रह रहा था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने कथित तौर पर दरवाजा तोड़कर घर में घुसपैठ की और परिवार को डराने की कोशिश की। परिवार ने पत्र में लिखा, “हमने पुलिस को पहले ही लिखित रूप से सूचित किया था कि हम अपनी मर्जी से कोलकाता आए हैं और हम पर कोई दबाव नहीं है।
Mamata Banerjee Murshidabad Visit : इसके बावजूद इंस्पेक्टर-इन-चार्ज शंकर नारायण साहा समेत छह पुलिसकर्मियों ने हमें डराने की कोशिश की। हम इस घटना से डरे और सदमे में हैं।” वहीं, बीजेपी ने भी इस मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए आरोप लगाया है कि पुलिस ममता बनर्जी के इशारे पर काम कर रही है। ममता बनर्जी के दौरे से ठीक पहले उठे इस विवाद ने पूरे घटनाक्रम को राजनीतिक रंग दे दिया है और राज्य का सियासी तापमान एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है।
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Mamata Banerjee Murshidabad Visit : अपहरण की शिकायत या दबाव? पुलिस और दास परिवार के दावे आमने-सामने
मुर्शिदाबाद पुलिस ने दास परिवार के लगाए गए धमकाने के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। पुलिस का कहना है कि वे कोलकाता के सॉल्ट लेक स्थित उस घर पर एक अपहरण की शिकायत के बाद पहुंचे थे। एक अधिकारी ने बताया, “हमें लिखित रूप से जानकारी दी गई थी कि परिवार का अपहरण हुआ है, इसलिए हमने वहां पहुंचकर उनकी सुरक्षा की जांच की।
Mamata Banerjee Murshidabad Visit : हालांकि, दास परिवार इस दावे को झूठा बताते हुए कहता है कि पुलिस ने जबरन दरवाजा तोड़ा और उनके साथ बदसलूकी की। उनके मुताबिक, उन्होंने पहले ही यह साफ कर दिया था कि वे अपनी मर्जी से वहां रह रहे हैं। अब सवाल यही है — क्या यह महज एक सुरक्षा जांच थी या वाकई में डराने की कोशिश? सच्चाई क्या है, इसका फैसला शायद अदालत की निगरानी में ही हो सकेगा।
Mamata Banerjee Murshidabad Visit : सॉल्ट लेक में बीजेपी का हंगामा, परिवार को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया
जैसे ही सॉल्ट लेक में दास परिवार से पुलिस की कथित बदसलूकी की खबर फैली, बीजेपी नेताओं का जमावड़ा लग गया। शंखुदेव पांडा, तरुणज्योति तिवारी और सजल घोष मौके पर पहुंचे और पुलिस से तीखी बहस हुई।
बीजेपी ने आरोप लगाया कि पुलिस ममता बनर्जी के इशारे पर काम कर रही है। हालात बिगड़ते देख बीजेपी ने दास परिवार को एक अज्ञात सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया।
Mamata Banerjee Murshidabad Visit : “हम डर में जी रहे हैं” — CJI से सुरक्षा की गुहार, ममता के दौरे से पहले सियासी हलचल
Mamata Banerjee Murshidabad Visit : दास परिवार ने CJI, हाईकोर्ट और राज्यपाल को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है। उनका कहना है, “पुलिस ने ताकत का दुरुपयोग किया, हम डर के साये में हैं। हमें हाई कोर्ट तक सुरक्षित पहुंच और केंद्रीय बलों की तैनाती चाहिए, ताकि इंसाफ मिल सके।” यह मामला ऐसे वक्त सामने आया है जब ममता बनर्जी मुर्शिदाबाद के दौरे पर हैं।
उन्होंने पहले वक्फ एक्ट हिंसा के लिए “बाहरी ताकतों” को जिम्मेदार बताया था, लेकिन दास परिवार की शिकायत ने उनके दौरे से ठीक पहले राजनीतिक माहौल गरमा दिया है।