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Maharashtra : ड्रग रैकेट का पर्दाफाश, गर्भवती पर तेजाब फेंकने की घटना ने दहला दिया महाराष्ट्र

(Tehelka Desk)Maharashtra :

महाराष्ट्र में एक बड़े psychotropic drugs racket  का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने एक फ्लैट से 2 करोड़ से अधिक मूल्य की नशीली दवाएं ज़ब्त की हैं। वहीं, एक अलग स्थिति में प्रसव के दौरान एक गर्भवती महिला के पेट पर तेजाब डालने की चौंकाने वाली वारदात भी सामने आई है।

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Maharashtra : ड्रग रैकेट का पर्दाफाश ,भारी मात्रा में जब्ती

गुजरात एटीएस और महाराष्ट्र पुलिस की संयुक्त जांच में बीवंडी (ठाणे जिले) के एक फ्लैट से लगभग ₹2 करोड़ मूल्य के अम्फ़ेटामाइन और अन्य कॉम्प्लेक्स ड्रग्स जब्त किए गए हैं।

रैकेट की संरचना

जांच के अनुसार:

  • फ्लैट एक मौजूदा मेफेड्रोन उत्पादन इकाई के रूप में काम कर रहा था।
  • इसके पीछे एक संगठित रैकेट था जो मात्रा में कम होने पर भी तस्करी कर रहा था।

पुलिस का कहना है कि इस ऑपरेशन में एक साथ कई आरोपी शामिल हैं, और अभी और गिरफ्तारियाँ होने की संभावना है।

Maharashtra : नशीली दवाओं का कारोबार , विस्तृत विवरण

  • रैकेट का उद्देश्य मास स्प्लिटिंग और कंटेनर पैकेजिंग के माध्यम से देश और विदेश में ड्रग आउटलेट स्थापित करना था।
  • जब्त मात्रा में द्रव (liquid) माप अधिक थी, जो इसे पाउडर में परिवर्तित किया जा सकता था।
  • कथित अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन से ये ड्रग्स 800 करोड़ रुपए तक के व्यापार से जुड़ी थीं ।

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NDPS अधिनियम उल्लंघन

  • पुलिस ने Narcotic Drugs and Psychotropic Substances Act (NDPS) के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें कैद और भारी जुर्माना की व्यवस्था है। आरोपियों को संभावित रूप से 10 साल की जेल और ₹10 लाख तक जुर्माना का सामना करना पड़ सकता है।

Maharashtra :  प्रसव के दौरान हुए तेजाब हमले की घटना

मामला और सूचना का अभाव

प्रसव के दौरान गर्भवती महिला के पेट पर तेजाब डालने की घटना सामने आई है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी, पर कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ इसकी जांच कर रही हैं।

  • यह घटना महाराष्ट्र के किसी अस्पताल या घर के आसपास हुई batली जा रही है।
  • आरोपी की अभी पहचान नहीं हुई है, लेकिन FIR दर्ज की जा चुकी है।

 चिकित्सा परीक्षण और स्थिति

गर्भवती महिला को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया; प्राथमिक तौर पर उसका सुधार हो रहा है। लगातार अपडेट उपलब्ध होने पर हम आगे नियमबद्ध जानकारी देंगे।

Maharashtra : कानून व्यवस्था और पुलिस की कार्रवाई

ड्रग ऱैकेट पर नज़र

  • पुलिस द्वारा जांच जारी है और मामले में चारों तस्करों को हिरासत में लिया जा चुका है।
  • आगे bank records, मोबाइल सीलिंग की प्रक्रिया तेज़ हो रही है।

तेजाब हमले पर कदम

  • आरोपी की तलाश की जा रही है, और FIR में आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के साथ रासायनिक हमले का प्रावधान भी जोड़ा गया है।
  • मंत्री और स्वास्थ्य विभाग को इस मामले पर जवाब देना होगा।

Maharashtra : सामाजिक प्रत्याशा और प्रभाव

 क्या यह बड़ा नेटवर्क है?

  • पहली बरामदगी के बाद एजेंसियों का मानना है कि यह अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय रैकेट हो सकता है।
  • नागरिकों में ओवर-द-शेल्फ रश (OTC misuse) पर चिंता है, और पुलिस का कहना है कि ऐसा सतत ऑपरेशन जारी रहेगा।

 तेजाब हमला , सुरक्षा मसला

  • प्रसव के दौरान तेजाब हमले से जनता में अस्पताल सुरक्षा पर चिंता उत्पन्न हुई है।
  • सरकार से मांग की जा रही है कि महिला सुरक्षा और अस्पताल की सुरक्षा दोनों सुनिश्चित की जाएं।

विशेषज्ञ दृष्टिकोण

  • क्रिमिनोलॉजिस्ट डॉ. मीरा देशपांडे कहती हैं:

“इतनी मात्रा में ड्रग बरामद होना बताता है कि जांच अभी शुरुआती दौर में है—यह रैकेट कई जिलों और राज्यों में फैला हो सकता है।”

  • गायनाकोलॉजिस्ट डॉ. संजय गुप्ता समझाते हैं कि प्रसव की स्थिति में तेजाब हमले से माँ और नवजात दोनों के लिए गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं—जिसमें शारीरिक और मानसिक दोनों क्षति हो सकती है।

Maharashtra : सुझाव और भविष्य की तैयारी

 लगातार निगरानी

  • पुलिस से कहा गया है कि OTC दवाओं, साइकोट्राप्स और अनियमित चिकित्सा की दुकानों पर लगातार छापेमारी हो।

 अस्पतालों में सुरक्षा बढ़ाएँ

  • सुरक्षा प्रोटोकॉल में मानव-शारीरिक जाँच और CCTV अनिवार्य करें।
  • प्रसव कक्षों में तेजाब जैसे खतरनाक रसायनों की प्रतिरोधी व्यवस्था के निर्देश लागू करें।

Maharashtra : वक़्त पर कार्रवाई महत्व रखती है

  • गर्भवती और अन्य कमजोर वर्गों के प्रति हिंसा की घटनाओं में FIR तुरंत दर्ज और त्वरित न्याय सुनिश्चित करें।

महाराष्ट्र में फ्लैट से जब्त 2 करोड़ की नशीली दवाएं—यह केवल एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि बड़े रैकेट के लिए चेतावनी है। दूसरी ओर, तेजाब हमले जैसी वीभत्स घटना हमें सुरक्षा ढांचे की कमी और अस्पतालों के अपराध-रोधी तंत्र पर पुनर्विचार की प्रेरणा देती है।

समाज और सरकार दोनों को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमें ड्रग्स और हिंसा दोनों से निपटने का इंस्टिट्यूशनल रुख बनाए रखना है और न्याय पूरी तीव्रता से मिले।

 

 

 

 

 

 

Muskan Kanojia

Asst. News Producer (T)

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