Khushboo Patani Rescue Baby : दिशा पाटनी की बहन खुशबू ने 8 माह की इनायत को बचाया, दिल छू लेने वाली कहानी
Headings
- 1 Khushboo Patani Rescue Baby : बरेली से इंसानियत की मिसाल
- 2 Khushboo Patani Rescue Baby : सुबह की शांति में गूंजा एक मासूम का रुदन, फिर जो हुआ वो इंसानियत की मिसाल बन गया
- 3 Khushboo Patani Rescue Baby : बच्ची की जान बची, तो पुलिस भी हुई एक्टिव
- 4 Khushboo Patani Rescue Baby : मां-बेटी का मिला प्यार, इनायत की मुस्कान बनी राहत की वजह
Khushboo Patani Rescue Baby : (Tehelka Desk) बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी की बहन और रिटायर्ड मेजर खुशबू पाटनी ने इंसानियत की मिसाल पेश की है। सुबह-सुबह उन्हें अपने घर के पास किसी बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। जब उन्होंने खोजबीन की, तो पास के एक खंडहर में एक 8 महीने की घायल बच्ची पड़ी मिली। खुशबू ने बिना देर किए बच्ची को उठाया, उसे अस्पताल पहुंचाया और दिनभर उसकी देखभाल की।
Khushboo Patani Rescue Baby : जांच में पता चला कि बच्ची की मां रेलवे स्टेशन पर दूध लेने गई थी और उसने मासूम को एक नशेड़ी के पास छोड़ दिया था। वह युवक बच्ची को खंडहर में फेंक आया। सौभाग्य से खुशबू पाटनी वहीं पास में रहती थीं, जिससे समय रहते बच्ची की जान बच गई।
Khushboo Patani Rescue Baby : बरेली से इंसानियत की मिसाल
8 महीने की मासूम इनायत की किस्मत उस दिन उसका साथ दे रही थी, जब रिटायर्ड मेजर और बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी की बहन खुशबू पाटनी ने उसकी जान बचा ली। सुबह-सुबह अपने घर के पास एक बच्ची के रोने की आवाज सुनकर खुशबू ने आसपास देखा और खंडहर में जाकर पाया कि एक घायल बच्ची अकेली पड़ी है।उस बच्ची का नाम इनायत है, और उसकी मां गुफरान बिहार के मधुबनी की रहने वाली है। गुफरान की शादी बदायूं के बिनावर इलाके में हुई थी। वह अपनी बेटी के साथ ट्रेन से बरेली पहुंची थी, जहां से उसे मायके जाना था।
Khushboo Patani Rescue Baby : ट्रेन के इंतजार में जब इनायत भूख से रोने लगी, तो गुफरान ने लापरवाही दिखाते हुए उसे प्लेटफॉर्म पर बैठे एक नशेड़ी को पकड़ा दिया और दूध लेने चली गई। लेकिन न वो लौटी, न दूध लाई। आधे घंटे तक वह युवक बच्ची के साथ वहीं बैठा रहा, फिर उसे उठाकर रेलवे लाइन के पास बने एक पुराने खंडहर में फेंक आया और भाग गया।खुशबू पाटनी की सतर्कता और संवेदनशीलता की वजह से इनायत की जान बच गई। फिलहाल बच्ची सुरक्षित है और उसका इलाज चल रहा है।
Khushboo Patani Rescue Baby : सुबह की शांति में गूंजा एक मासूम का रुदन, फिर जो हुआ वो इंसानियत की मिसाल बन गया
पुरानी पुलिस लाइन के पास, रिटायर्ड सीओ जगदीश पाटनी के घर में एक आम सुबह थी। उनकी पत्नी पदमा पाटनी घर की सफाई में लगी थीं, तभी खंडहर की ओर से किसी मासूम के रोने की दिल दहला देने वाली आवाज आई पदमा ने तुरंत अपनी बेटी खुशबू पाटनी को आवाज दी, जो सेना की पूर्व मेजर हैं और अभी स्वीमिंग करके लौटी थीं। बिना एक पल गंवाए खुशबू दीवार फांदकर खंडहर में जा पहुंचीं। वहां का मंजर देखकर किसी का भी दिल पसीज जाता — एक नन्हीं सी बच्ची मिट्टी में लथपथ, घायल और डरी हुई, अकेली पड़ी रो रही थी।
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Khushboo Patani Rescue Baby : खुशबू ने झट से बच्ची को गोद में उठाया, अपने घर लाई, उसे साफ किया, दूध पिलाया और नए कपड़े पहनाए। बच्ची घायल थी, लेकिन अब सुरक्षित थी।इस नन्हीं जान को नया जीवन देने में पाटनी परिवार की संवेदनशीलता और खुशबू की तत्परता ने बड़ी भूमिका निभाई। यह वाकया सिर्फ एक बच्ची की जान बचाने की कहानी नहीं, बल्कि इंसानियत और मानवीय करुणा की एक खूबसूरत मिसाल है।
Khushboo Patani Rescue Baby : बच्ची की जान बची, तो पुलिस भी हुई एक्टिव
जैसे ही खुशबू पाटनी ने 8 महीने की मासूम इनायत को खंडहर से बाहर निकाला और उसकी देखभाल शुरू की, उन्होंने तुरंत सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी।
Khushboo Patani Rescue Baby : मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस भी तुरंत हरकत में आ गई। बच्ची को चाइल्ड लाइन की मदद से जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज शुरू हुआ।वहीं, कोतवाली पुलिस ने तेजी दिखाते हुए माइक से बच्ची की जानकारी प्रसारित कराई, ताकि कोई परिजन सामने आ सके। साथ ही, रेलवे स्टेशन और आस-पास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए ताकि पूरे घटनाक्रम की कड़ी जोड़ी जा सके।खुशबू की सतर्कता और पुलिस की फुर्ती ने मिलकर इनायत को न सिर्फ बचाया, बल्कि उसे एक सुरक्षित हाथों में पहुंचाया।
Khushboo Patani Rescue Baby : मां-बेटी का मिला प्यार, इनायत की मुस्कान बनी राहत की वजह
अपनी बच्ची को खो चुकी मां गुफरान रेलवे जंक्शन पर घंटों उसे ढूंढती रही, मगर कोई मदद नहीं मिली। थक-हारकर जब वह कोतवाली पहुंची, तो वहां इनायत को देखकर उसके आंसू रुक नहीं पाए। वह फूट-फूट कर रो पड़ी, और जैसे ही इनायत ने अपनी मां को देखा, मासूम सी किलकारी मारकर उसे पहचान लिया। उस पल ने वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम कर दीं।
चाइल्ड लाइन की टीम ने जरूरी कागजी प्रक्रिया पूरी कर इनायत को उसकी मां के हवाले कर दिया। उस समय खुशबू पाटनी भी
Khushboo Patani Rescue Baby : जीआरपी थाने में मौजूद थीं — वही महिला जिन्होंने इस बच्ची को न सिर्फ बचाया, बल्कि उसकी देखभाल भी दिल से की। खुशबू ने इस पूरी घटना को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी साझा किए हैं, जिनमें वह बच्ची को दूध पिलाते हुए और उसके भविष्य की चिंता करते हुए दिख रही हैं। खुशबू ने अपने साहस और संवेदनशीलता से यह साबित कर दिया कि इंसानियत आज भी जिंदा है।