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- 1 Khawaja Asif statement : “तीन दशक से आतंक को पालते रहे हैं”: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का चौंकाने वाला कबूलनामा
- 2 Khawaja Asif statement : ख्वाजा आसिफ के बयान से पाकिस्तान में मचा बवाल, लोग बोले – “ये देश का बचाव कर रहे हैं या दुश्मन का पक्ष?”
- 3 Khawaja Asif statement : “लश्कर पाकिस्तान में नहीं है” – ख्वाजा आसिफ के बयान पर उठे सवाल, सच्चाई से मुंह मोड़ता दिखा पाकिस्तान
Khawaja Asif statement : (Tehelka Desk) पाकिस्तान एक बार फिर दुनिया की नजरों में आ गया है। हाल ही में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक इंटरव्यू में ऐसी बात कबूल ली जिसे सुनकर पूरी दुनिया चौंक गई। ब्रिटिश मीडिया से बातचीत में उन्होंने माना कि पाकिस्तान पिछले करीब 30 सालों से आतंकी संगठनों को न सिर्फ समर्थन देता रहा है, बल्कि उन्हें ट्रेनिंग भी देता आया है।
Khawaja Asif statement : इस कबूलनामे ने भारत के उस रुख को और भी मजबूती दी है जिसमें वह पाकिस्तान को लगातार आतंक का गढ़ बताता रहा है। हालांकि ख्वाजा आसिफ ने इसके लिए अमेरिका और पश्चिमी देशों को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि ये सब कुछ वैश्विक ताकतों के इशारे पर हुआ, लेकिन अब पाकिस्तान को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान पाकिस्तान की मौजूदा असुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय दबाव को दर्शाता है।
Khawaja Asif statement : “तीन दशक से आतंक को पालते रहे हैं”: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का चौंकाने वाला कबूलनामा
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हाल ही में ब्रिटिश मीडिया से बातचीत में वो सच्चाई कबूल की है, जिसे भारत सालों से दुनिया के सामने उठाता आया है। स्काई न्यूज की पत्रकार यलदा हकीम से बातचीत के दौरान जब उनसे सीधा सवाल पूछा गया—”क्या पाकिस्तान का आतंकियों को समर्थन, ट्रेनिंग और फंडिंग देने का इतिहास रहा है?”—तो आसिफ ने बिना झिझक स्वीकार किया: “हां, हम पिछले 30 सालों से ये गंदा काम करते आ रहे हैं,अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए, जिनमें ब्रिटेन भी शामिल है।”
Khawaja Asif statement : इस कबूलनामे ने न सिर्फ पाकिस्तान की नीतियों पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि भारत के उस रुख को भी सही साबित किया है जिसमें वह लगातार पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थक बताता रहा है।
यह बयान ऐसे समय आया है जब पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया। इस दर्दनाक घटना के बाद भारत में गुस्से की लहर है, और अब पाकिस्तान के मंत्री की ये स्वीकारोक्ति आग में घी डालने जैसा साबित हो रही है।
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Khawaja Asif statement : ख्वाजा आसिफ के बयान से पाकिस्तान में मचा बवाल, लोग बोले – “ये देश का बचाव कर रहे हैं या दुश्मन का पक्ष?”
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के हालिया कबूलनामे ने न सिर्फ भारत-पाक संबंधों में हलचल मचाई है, बल्कि खुद पाकिस्तान के भीतर भी लोगों को नाराज़ कर दिया है। ब्रिटिश मीडिया को दिए इंटरव्यू में जब उन्होंने माना कि पाकिस्तान तीन दशकों से आतंकियों को समर्थन देता आया है, तो इस बयान ने पाकिस्तानियों को भी गुस्से में ला दिया।हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इस ‘गंदे काम’ के बदले पाकिस्तान को अमेरिका से कितने अरब डॉलर मिले, जिनसे वहां के जनरल्स और नेताओं ने अपनी जेबें भरीं।
Khawaja Asif statement : बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी ख्वाजा आसिफ को घेरा जाने लगा। एक यूजर ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, “इस जोकर ख्वाजा आसिफ ने क्या भारत का केस लड़ने की कसम खा रखी है? ये पाकिस्तान के लिए बोल रहे थे या भारत के लिए?”कई लोगों ने इसे देश की छवि को नुकसान पहुंचाने वाला बताया और पूछा कि इतने संवेदनशील वक्त पर ऐसा बयान देने की ज़रूरत ही क्या थी।
Khawaja Asif statement : “लश्कर पाकिस्तान में नहीं है” – ख्वाजा आसिफ के बयान पर उठे सवाल, सच्चाई से मुंह मोड़ता दिखा पाकिस्तान
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है, जिसने न सिर्फ भारत को चौंकाया बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा संगठन माना जाता है। लश्कर वही संगठन है जिसका सरगना हाफिज सईद 26/11 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है और आज भी खुलेआम पाकिस्तान में रह रहा है।
Khawaja Asif statement : लेकिन ख्वाजा आसिफ ने बेशर्मी के साथ दावा किया कि “लश्कर पाकिस्तान में है ही नहीं।” इतना ही नहीं, जब एंकर ने TRF और लश्कर के संबंधों की बात की, तो आसिफ ने कहा, “TRF का नाम तो हमने कभी सुना ही नहीं, लश्कर तो अब अस्तित्व में ही नहीं है। उनके इस बयान को न सिर्फ झूठा बल्कि बेहद गैरजिम्मेदार माना जा रहा है। आतंक से जुड़े इतने बड़े नामों को यूं नकारना दुनिया की आंखों में धूल झोंकने जैसा है – और इस बार शायद कोई इस झूठ को खरीदने को तैयार नहीं है।