Kainchi Dham Foundation Day : श्रद्धा में डूबा उत्तराखंड, बाबा नीब करौरी के दरबार में उमड़ा जनसैलाब
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- 1.0.1 Kainchi Dham Foundation Day : भंडारे और सेवा कार्य, बाबा की परंपरा जीवित
- 1.0.2 Kainchi Dham Foundation Day : सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन की तैयारी
- 1.0.3 Kainchi Dham Foundation Day : विदेशों तक फैला बाबा का प्रभाव
- 1.0.4 Kainchi Dham Foundation Day : चमत्कारी अनुभव और बाबा की लीलाएं
- 1.0.5 Kainchi Dham Foundation Day : पर्यावरण और स्वच्छता पर जोर
- 1.0.6 Kainchi Dham Foundation Day : डिजिटल दर्शन की सुविधा
(Tehelka Desk)Kainchi Dham Foundation Day :
उत्तराखंड की पावन भूमि नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम आज एक बार फिर श्रद्धा और भक्ति के महासागर में डूब गया। महान संत बाबा नीब करौरी महाराज की स्मृति में हर साल 15 जून को मनाया जाने वाला स्थापना दिवस इस बार भी हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति का साक्षी बना है। हर तरफ भक्ति, सेवा, अनुशासन और दिव्यता का अद्भुत संगम देखने को मिला।
Kainchi Dham Foundation Day : बाबा नीब करौरी महाराज, एक दिव्य संत
Kainchi Dham के संस्थापक बाबा नीब करौरी महाराज केवल एक साधु नहीं थे, वे एक आध्यात्मिक चेतना, एक जीवित चमत्कार और एक प्रेरणा स्रोत थे। उन्होंने उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में कई आश्रमों की स्थापना की, लेकिन कैंची धाम विशेष रूप से उनके चमत्कारी अनुभवों और आध्यात्मिक ऊर्जा के लिए विख्यात है।
बाबा का यह आश्रम 1964 में स्थापित किया गया था। हर साल की तरह इस साल भी 15 जून को धाम की स्थापना का साल महोत्सव मनाया गया, जो आस्था का भव्य पर्व बन चुका है।
Kainchi Dham Foundation Day : लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति
इस साल देश-विदेश से करीब 1.5 लाख श्रद्धालु कैंची धाम पहुंचे। भीड़ इतनी ज़्यादा थी कि नैनीताल से लेकर अल्मोड़ा तक सड़कें जाम हो गईं। भक्तों की कतारें सुबह 3 बजे से ही लगनी शुरू हो गई थीं।
श्रद्धालु नंगे पैर, हाथों में फूल-मालाएं और प्रसाद लेकर मंदिर में बाबा का आशीर्वाद लेने पहुंचे। कुछ ने मन्नतें मांगी तो कई ने बाबा के चमत्कारों की कहानियों को साझा किया। बाबा के भक्तों में आमजन के साथ-साथ अधिकारियों, राजनेताओं और मशहूर हस्तियों की भी भागीदारी देखने को मिली।
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Kainchi Dham Foundation Day : भंडारे और सेवा कार्य, बाबा की परंपरा जीवित
बाबा नीब करौरी महाराज का जीवन सेवा और प्रेम का पर्याय था। उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए कैंची धाम में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। हजारों लोगों को बैठाकर गरमागरम भोजन परोसा गया।
सेवा कार्यों में स्थानीय स्वयंसेवकों के साथ-साथ दूर-दराज से आए श्रद्धालु भी शामिल हुए। साफ-सफाई, जल सेवा, यातायात व्यवस्था से लेकर आपातकालीन चिकित्सा तक हर पहलू की जिम्मेदारी बखूबी निभाई गई।
Kainchi Dham Foundation Day : सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन की तैयारी
इस बार की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए थे। उत्तराखंड पुलिस, ITBP, SDRF, और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर कड़ी निगरानी और भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था संभाली। CCTV कैमरों से मंदिर परिसर और बाहर के क्षेत्र की निगरानी की गई। चिकित्सा कैंप, एंबुलेंस और कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय रहे।
यात्रियों को ट्रैफिक से बचाने के लिए वन-वे रूटिंग और पार्किंग स्थलों को पहले से तय किया गया था। इसके बावजूद कुछ मार्गों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही।
Kainchi Dham Foundation Day : विदेशों तक फैला बाबा का प्रभाव
बाबा नीब करौरी महाराज की ख्याति केवल भारत तक सीमित नहीं है बल्कि एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स, फेसबुक के मार्क जुकरबर्ग और हॉलीवुड अभिनेता जूलिया रॉबर्ट्स जैसे नाम बाबा के भक्तों में शामिल रहे हैं।
कहा जाता है कि स्टीव जॉब्स जब जीवन में दिशाहीन थे, तो भारत आकर बाबा के कैंची धाम में कुछ समय बिताया था। यही अनुभव उनके जीवन का टर्निंग पॉइंट बना। आज भी हजारों विदेशी श्रद्धालु हर साल बाबा के दर्शन के लिए यहां आते हैं।
Kainchi Dham Foundation Day : चमत्कारी अनुभव और बाबा की लीलाएं
कई श्रद्धालु बाबा नीब करौरी महाराज को एक ‘साक्षात चमत्कारिक संत’ मानते हैं। उनका मानना है कि बाबा ने समय-समय पर अपने भक्तों को चमत्कारी रूप से मार्गदर्शन और रक्षा प्रदान की है।
बिना कुछ कहे लोगों की समस्या जान जाना, बीमारियों को ठीक कर देना, मुसीबत में फंसे लोगों को अनजाने में बचा लेना, बाबा की ऐसी कई कथाएं आज भी श्रद्धालुओं की ज़ुबानी सुनने को मिलती हैं।
Kainchi Dham Foundation Day : पर्यावरण और स्वच्छता पर जोर
इस साल धाम में विशेष तौर पर स्वच्छता और पर्यावरण संतुलन पर ज़ोर दिया गया। प्लास्टिक पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया और बायो-डिग्रेडेबल सामग्री का उपयोग किया गया।
स्वयंसेवकों ने श्रद्धालुओं को जागरूक किया और ‘स्वच्छ धाम – सुंदर धाम’ का संदेश दिया।
Kainchi Dham Foundation Day : डिजिटल दर्शन की सुविधा
जो लोग किसी कारणवश धाम नहीं पहुंच सके, उनके लिए ऑनलाइन लाइव दर्शन की व्यवस्था की गई थी। बाबा के दरबार का सीधा प्रसारण यूट्यूब और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लाखों लोगों ने देखा।
इससे न केवल भारत, बल्कि अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में बैठे श्रद्धालु भी इस पावन अवसर का हिस्सा बन पाए।