Indian Railways IRCTC Big News : भारत-नेपाल के बीच 8 साल बाद फिर चली रेल, जानें कब से और स्टॉप, किराया, बाकी डिटेल
बिहार के जयनगर से नेपाल के कुर्था तक के लिए ट्रेन सेवा शरू हो गई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन के दौरान कहा कि रेल सेवा शुरू होने से दोनों देशों के बीच रिश्ते और मजबूत होंगे।
Indian Railways IRCTC: भारत और नेपाल के बीच 8 साल बाद रेल सेवा एक बार फिर से शुरू हो गई है। नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से रेल सेवा का उद्घाटन किया। ये रेल सेवा बिहार के जयनगर से नेपाल के जनकपुर होते हुए कुर्था तक जाएगी। 3 अप्रैल से आम यात्री भी यात्रा का लुत्फ उठा सकेंगे। भारत और नेपाल के बीच रेल सेवा कुल 34.9 किलोमीटर लम्बी होगी। रेल सेवा के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने कहा रेल सेवा शुरू होने से दोनों देशों के बीच निकटता आयेगी।
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Indian Railways IRCTC यात्रा में होंगे कुल 9 स्टॉप:
जयनगर से कुर्था की यात्रा के बीच कुल 9 स्टॉप पड़ेंगे। बिहार के जयनगर से ट्रेन चलने के बाद इनरवा रुकेगी और फिर अगला स्टेशन खजुरी पड़ेगा। खजुरी से महिनाथपुर, महिनाथपुर से वैदही, वैदही से परवाहा, परवाहा से जनकपुर और जनकपुर से कुर्था के रूट पर ट्रेन का संचालन होगा।
बिहार के जयनगर से कुर्था तक के लिए सामान्य श्रेणी में 56.25 रुपये किराया होगा जबकि 281.25 रुपये एसी कोच का किराया होगा। सामान्य श्रेणी में जयनगर से इनरवा के लिए 12.50 रुपये, खजुरी के लिए 15.60 रुपये, महिनाथपुर के लिए 21.87 रुपये, वैदही के लिए 28.12 रुपये, परवाहा के लिए 34.37 रुपये, जनकपुर के लिए 43.75 रुपये और कुर्था के लिए 56.25 रुपये किराया होगा। वहीं एसी श्रेणी में जयनगर से इनरवा के लिए 62.50 रुपये, खजुरी के लिए 78.12 रुपये, महिनाथपुर के लिए 109.37 रुपये, वैदही के लिए 140.60 रुपये, परवाहा के लिए 171.8 रुपये, जनकपुर के लिए 218.75 रुपये और कुर्था के लिए 281.25 रुपये किराये के रूप में चुकाने होंगे।
Indian Railways IRCTC दिल्ली से काठमांडू के बीच बस का किराया 2300 रुपए था जिसे बढ़ाकर अब 2800 रुपए कर दिया गया है।
पीटीआई के आरटीआई आवेदन पर दिये गये जवाब में डीटीसी ने कहा कि 17 फरवरी और तीन मार्च के बीच रविवार को छोड़कर बस ने 13 चक्कर लगाये हैं। यात्रियों की संख्या में भी रोज उतार-चढ़ाव आता है। अठारह फरवरी को सबसे अधिक 69 यात्रियों ने सफर किया था जबकि तीन मार्च को बस 34 लोगों ने ही यात्रा की थी।दिल्ली से सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को काठमांडू के लिए बस रवाना होती है और वहां से मंगलवार, बृहस्पतिवार एवं शुक्रवार को दिल्ली के लिए प्रस्थान करती है।