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EID-AL-FITR 2025 : Tehelka Desk : इस्लाम धर्म में ईद-उल-फित्र खुशी और उत्सव का खास दिन है। रमजान के 30 रोजे रखने के बाद अपने रब की ओर से तोहफे के तौर पर ईद-उल-फित्र का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन खास बात यह है कि जो लोग अपने रब की बात मानते हैं और जिन्होंने अपनी इबादत पूरी की है, उनके लिए यह लाजिम है कि आपसी भाईचारा बनाने के लिए सभी शिकवे-शिकायतें भूलकर एक-दूसरे से गले मिलकर अपने मामलों को दुरुस्त करें ताकि अच्छे समाज की परिकल्पना हो सके। इस दिन यतीम और मज़लूमों के लिए उनकी खुशी का खास तौर से ध्यान रखा जाता है और ईद की खुशी में उनका ध्यान रखा जाना हर इंसान का फर्ज भी है।
EID-AL-FITR 2025 : रमजान के महीने का महत्व
रमजान के महीने का बहुत महत्व माना जाता है। रमजान इस्लाम धर्म में सबसे पवित्र महीनों में से एक है। इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं, रोजा पांच स्तंभों में से एक है। इस्लाम मजहब पांच स्तंभ पर मुकम्मल होता है, जिनमें से एक रोजा भी है, जो रमजान के महीने में रखा जाता है। अल्लाह की तरफ से अपने बंदों के लिए रमजान का महीना तोहफे के साथ-साथ एक आजमाइश भी है। खाली पेट रहने से रोजा मुकम्मल नहीं होता, बल्कि अपने नब्ज पर रोक लगाने का नाम ही रोजा है। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, रमज़ान के महीने में पवित्र कुरआन का अवतरण हुआ था, इसलिए इसे और भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
EID-AL-FITR 2025 : यह दिन केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि अल्लाह का शुक्रिया अदा करने, परिवार और दोस्तों के साथ खुशियां बांटने और जरूरतमंदों की मदद करने का दिन है। आइए जानते हैं 2025 की ईद कब होगी? ईद कब होगी, यह हमेशा रमज़ान के 29वें दिन का चाँद तय करता है। इस्लामी कैलेंडर का प्रत्येक महीना चाँद के दिखने से शुरू होता है।
EID-AL-FITR 2025 : कैसे तय होती है ईद की तारीख ?
2025 में रमज़ान की शुरुआत 2 मार्च 2025 को हुई थी। हर देश में ईद की तारीख स्थानीय चाँद देखने के आधार पर तय होती है। ईद का चाँद नज़र आने के अगले दिन ईद होती है, जिसकी मुकम्मल तैयारियों को लेकर घर के जिम्मेदार लोग जुट जाते हैं। भारत में ईद 31 मार्च यानी की आज मनाई जाएगी।
ईद के दिन हर घर के अंदर मिठाई के तौर पर शीर और सेवइयां बनती हैं। वहीं, ईद-उल-फित्र की नमाज़ के लिए हर कोई नए कपड़े तैयार करता है। खासकर देखा गया है कि छोटे बच्चों में ईद की सबसे ज्यादा खुशी देखने को मिलती है। क्योंकि वे हर किसी के पास नए कपड़े पहनकर उन्हें सलाम करते हैं, उसके बाद उनसे ईदी मांगते हैं। यह सिलसिला बच्चों में सुबह से लेकर शाम तक चलता रहता है।
EID-AL-FITR 2025 : नमाज़ अदाएगी
वहीं दूसरी ओर, नमाज़ की अदायगी पूरी करने के बाद ईदगाह में लोग एक-दूसरे से गले मिलते हैं और “ईद मुबारक” कहकर बधाई देते हैं। फिर सभी अपने गिले शिकवे दूर करने के लिए ईदगाह पहुंचना जरूरी समझते हैं। अगर कोई ईदगाह में नहीं मिल पाता, तो फिर उनके घर जाने का सिलसिला देर रात तक रहता है ताकि इस पाक मुकदस महीने का इंतज़ार सिर्फ अगले रमजान में ही ईद के दिन मिल पाते हैं। यह बात सबके जहन में रहती है कि अगली ईद कौन किसके गले मिलेगा, इसलिए इस दिन सभी की कोशिश रहती है कि अपने गिले शिकवे दूर करके अपने रूठों को मनाया जाए। यही उन्हें उनके रब की तरफ से तोहफा होता है।
EID-AL-FITR 2025 : ईद-उल-फित्र का सामाजिक महत्व भी माना जाता है। यह संदेश समाज में भाईचारे और इंसानियत को बढ़ावा देना है। यह दिन खुशी और सौहार्द का प्रतीक है। ईद पर लोग रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलने जाते हैं और साथ में लजीज व्यंजनों का आनंद लेते हैं।
EID-AL-FITR 2025 : 2025 में भी ईद का त्योहार सभी के लिए खुशियां और बरकत लेकर आएगा। चाँद की पहली झलक इस बात का संदेश देगी कि रमज़ान का महीना खत्म हो गया और ईद का दिन आ गया। यह त्योहार हर मुसलमान के दिल में खास महत्व रखता है।