ChhattisgarhCrime : महासमुंद में बैंक कर्मचारी से 48,300 की लूट, उड़ीसा निवासी आरोपी गिरफ्तार
(Reporter- Ravi)ChhattisgarhCrime :
महासमुंद जिले में सूर्योदय Small Finance Bank , सरायपाली के कर्मचारी टिकेश्वर डडसेना के साथ हुई लूट की घटना का पुलिस ने 48 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में उड़ीसा राज्य के नवापाड़ा निवासी आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से 30,000 की लूटी हुई रकम भी बरामद कर ली गई है।
यह घटना तब हुई जब पीड़ित कर्मचारी बैंक की वसूली की राशि लेकर वापस लौट रहा था। आरोपी ने सुनसान जगह पर मौका पाकर बैग से पैसे झपटकर फरार हो गया था।
ChhattisgarhCrime : कैसे हुई लूट
घटना सरायपाली थाना क्षेत्र की है, जहां सूर्योदय स्माल फाइनेंस बैंक में कार्यरत कर्मचारी टिकेश्वर डडसेना रोज की तरह वसूली की रकम लेकर लौट रहा था।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, डडसेना ने रकम को एक बैग में रखा हुआ था, जिसे उसने अपनी मोटरसाइकिल की टंकी पर रखा था। जब वह एनएच-53 पर स्थित बिहारी ढाबा के पास पहुंचा, तभी एक अन्य मोटरसाइकिल सवार युवक वहां आया और तेजी से बैग छीनकर फरार हो गया।
ChhattisgarhCrime : लूट की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में
घटना की जानकारी मिलते ही सरायपाली पुलिस और महासमुंद जिला पुलिस सक्रिय हो गई। आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि जिस मोटरसाइकिल से आरोपी भागा था, वह उड़ीसा की तरफ जा रही थी। इसके आधार पर लक्ष्मीकांत सोनी, पिता युवराज सोनी, निवासी नवापाड़ा (उड़ीसा) को चिन्हित कर गिरफ्तार किया गया।
ChhattisgarhCrime : आरोपी की गिरफ्तारी , क्रॉस स्टेट ऑपरेशन
लक्ष्मीकांत सोनी की गिरफ्तारी को पुलिस ने एक बड़ी उपलब्धि बताया है, क्योंकि यह मामला दो राज्यों छत्तीसगढ़ और उड़ीसा से जुड़ा था। पुलिस को तकनीकी साक्ष्य और मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपी को धर दबोचने में सफलता मिली।
गिरफ्तारी के समय आरोपी के पास से 30,000 नकद, घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, और घटना के समय पहने गए कपड़े भी बरामद किए गए हैं।
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ChhattisgarhCrime : आरोपी की मंशा और प्लानिंग
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने पहले से ही योजना बनाई थी कि बैंक कर्मचारी किस रूट से आता-जाता है। आरोपी ने वसूली की राशि को लेकर बैंक कर्मचारियों की गतिविधियों पर कुछ दिन नजर रखी और मौके का इंतजार किया।
जैसे ही उसे सुनसान स्थान पर कर्मचारी अकेला मिला, उसने झपट्टा मार कर रकम लूट ली और उड़ीसा की ओर भाग गया।
ChhattisgarhCrime : सरायपाली क्षेत्र में बैंकिंग सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या बैंक कर्मचारियों के पास पर्याप्त सुरक्षा उपाय मौजूद हैं
- वसूली की राशि को मोटरसाइकिल की टंकी पर रखना कितना सुरक्षित है?
- क्या बैंकों को अपने फील्ड कर्मचारियों के साथ कोई गार्ड या सुरक्षा एजेंसी भेजनी चाहिए?
- ग्रामीण और सीमावर्ती इलाकों में बैंकिंग ऑपरेशनों के लिए कोई विशेष निगरानी व्यवस्था है या नहीं?
इन तमाम सवालों पर अब बैंक प्रबंधन और प्रशासन को मिलकर काम करना होगा।
ChhattisgarhCrime : पुलिस की तत्परता की प्रशंसा, पर सवाल भी बरकरार
हालांकि महासमुंद पुलिस की तत्परता और तकनीकी टीम की मेहनत से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन यह घटना यह भी दिखाती है कि बैंकिंग कलेक्शन प्रक्रिया में सुरक्षा एक बड़ी चूक का विषय है।
स्थानीय लोगों ने घटना की निंदा करते हुए यह भी कहा कि यदि आसपास पुलिस गश्त या पेट्रोलिंग होती, तो आरोपी इतनी आसानी से घटना को अंजाम नहीं दे पाता।
ChhattisgarhCrime : लापरवाही महंगी पड़ी, लेकिन पुलिस की सजगता से खुलासा
सरायपाली की इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि सुरक्षा में छोटी सी चूक भी बड़ी घटना का कारण बन सकती है। टिकेश्वर डडसेना जैसे कर्मचारी जो रोज़ाना लाखों की रकम लेकर निकलते हैं, उनकी सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए। पुलिस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि अगर संकल्प और तकनीकी जानकारी साथ हो, तो आरोपी कितनी भी दूर क्यों न भागे, कानून के हाथों से नहीं बच सकता।