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Chardham Yatra 2025: 45  दिनों में 28 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, केदारनाथ धाम में 10 लाख का आंकड़ा पार

Tehelka Desk(Muskan Kanojia) Chardham Yatra 2025:  यात्रा की शुरुआत और पंजीकरण

Chardham Yatra 2025 की शुरुआत 30  अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन हुई, जब गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए। इसके बाद 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया 20 मार्च को शुरू हुई थी, और महज 10 दिन के भीतर 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया। इसमें केदारनाथ धाम के लिए 3.29 लाख, बदरीनाथ के लिए 3.02 लाख, गंगोत्री के लिए 1.85 लाख और यमुनोत्री के लिए 1.79 लाख श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया ।

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Chardham Yatra 2025:  श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि

यात्रा के पहले 12 दिनों में, 2024 की तुलना में श्रद्धालुओं की संख्या में गिरावट देखी गई थी, जो मुख्यतः सीमा पर तनाव और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण था । हालांकि, इसके बाद श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई। 21 मई तक, केदारनाथ धाम में लगभग 11 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जबकि कुल मिलाकर चारों धामों में 11.55 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यात्रा की ।

Chardham Yatra 2025: प्रशासनिक व्यवस्थाएं और स्वास्थ्य सुविधाएं

श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए, उत्तराखंड सरकार ने यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया है। प्रशासन ने प्राथमिक चिकित्सा केंद्र स्थापित किए हैं और स्क्रीनिंग टीमों की तैनाती की है। सोनप्रयाग और हेलिपैड जैसी चेक पोस्ट पर 11 स्क्रीनिंग टीमों को तैनात किया गया है, और ट्रैकिंग रूट पर 10 मेडिकल रिलीफ पॉइंट बनाए गए हैं ।

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Chardham Yatra 2025:  पर्यावरणीय चिंताएं और स्थायी यात्रा

श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के साथ, पर्यावरणीय चिंताएं भी सामने आई हैं। विशेषज्ञों ने केदारनाथ धाम में प्रस्तावित 600 KLD  क्षमता वाले सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता पर सवाल उठाए हैं, क्योंकि वर्तमान में औसतन 22,600 श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन करने आ रहे हैं, और कुछ दिनों में यह संख्या 55,000 तक पहुंच रही है ।

Chardham Yatra 2025:  भविष्य की दिशा

चारधाम यात्रा 2025 में श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है, जो यात्रा की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है। प्रशासन ने स्वास्थ्य और सुरक्षा सुविधाओं को मजबूत किया है, लेकिन पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए और भी प्रयासों की आवश्यकता है। भविष्य में, यात्रा के मार्गों और व्यवस्थाओं की समीक्षा कर, स्थायी और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित की जानी चाहिए।

 

Muskan Kanojia

Asst. News Producer (T)

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