Chardham Pilgrimage 2025: चारधाम यात्रा से पहले दुरुस्त किए जाएं यात्रा मार्ग, सचिव ने आदेश किए पारित
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Chardham Pilgrimage 2025: Tehelka Desk: उत्तराखंड में 30 अप्रैल से प्रारंभ होने वाली चारधाम यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए तंत्र ने कमर कसी है। इस क्रम में मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने सचिवालय में बुलाई गई बैठक में यात्रा की तैयारियों को बारीकी से परखा। उन्होंने चारधाम यात्रा मार्गों के लिए नामित सचिवों से फीडबैक लिया और फिर संबंधित जिलों के डीएम को निर्देश दिए कि यात्रा से पहले सभी मार्गों को दुरुस्त कराया जाए। उन्होंने जिलाधिकारियों को सचिवों से प्राप्त सुझावों का अनुपालन करने और यात्रा मार्गों पर सभी जरूरतों का अभी से आकलन कर व्यवस्था सुचारु रूप से करने को कहा। साथ ही कार्यदायी संस्थाओं को समय पर काम पूरा करने के निर्देश दिए।
Chardham Pilgrimage 2025: स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार हो यातायात प्रबंधन
मुख्य सचिव ने यात्रा मार्गों पर स्थानीय परिस्थितियों और वैकल्पिक मार्गों के अनुरूप यातायात प्रबंधन की योजना तैयार करने पर जोर दिया है। उन्होंने यात्रा मार्गों पर एक ऐसा मैकेनिज्म विकसित करने पर जोर दिया, जिससे दुर्घटना अथवा भूस्खलन या फिर किसी अन्य वजह से लगने वाले जाम की जानकारी यात्रियों को समय पर मिल सके। इसके लिए उन्होंने जगह-जगह डिस्पले बोर्ड लगाने और जब तक यह व्यवस्था धरातल पर नहीं उतरती है, तब तक एसएमएस व वाट्सएप मैसेज के जरिए यह जानकारी उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने वाहन पार्किंग के लिए मल्टी लेवल पार्किंग की जरूरत भी बताई।
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Chardham Pilgrimage 2025: स्वास्थ्य जांच केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए
चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सुविधा पर मुख्य सचिव ने विशेष जोर दिया है। उन्होंने केदारनाथ में निर्माणाधीन अस्पताल को यात्रा से पहले सुचारू करने के लिए कहा। साथ ही यात्रा मार्गों के पंजीकरण स्थलों हरिद्वार, ऋषिकेश व विकासनगर में स्वास्थ्य जांच केंद्रों की संख्या बढ़ाने के लिए निर्देशित किया।
Chardham Pilgrimage 2025: सेवा प्रदाताओं के बनाए जाएंगे आरएफआईडी टैग
मुख्य सचिव ने चारों धामों में दुकानदार, घोड़ा-खच्चर व कंडी संचालकों समेत सभी प्रकार के सेवा प्रदाताओं के आरएफआईडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) टैग बनाने के निर्देश दिए। साथ ही यात्रा मार्गों पर साफ-सफाई, पानी व शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करने, स्वच्छता के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व 15वें वित्त आयोग से प्राप्त अनुदान से धनराशि उपलब्ध कराने, धामों में श्रद्धालुओं के लिए टेंट आदि की सुव्यवस्थित ढंग से व्यवस्था करने के भी सख्त निर्देश दिए। बैठक में विभिन्न विभागों के सचिव भी उपस्थित रहे, जबकि यात्रा मार्गों से संबंधित जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।