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Champak Controversy : IPL में इस्तेमाल हुए एआई रोबोट डॉग ‘चंपक’ को लेकर BCCI मुश्किल में, दिल्ली हाईकोर्ट ने भेजा नोटिस

Champak Controversy : (Tehelka Desk) इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में हाल ही में पेश किए गए एक एआई रोबोट डॉग का नाम ‘चंपक’ रखने पर अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) कानूनी पचड़े में फंस गया है। दरअसल, ‘चंपक’ एक पुराना और मशहूर ब्रांड नाम है, जिसे एक लोकप्रिय बाल-पत्रिका के रूप में जाना जाता है। इस नाम के इस्तेमाल को लेकर प्रकाशक कंपनी ने कोर्ट में याचिका दायर की है।

Champak Controversy : उनकी दलील है कि ‘चंपक’ पहले से ही एक ट्रेडमार्क नाम है और BCCI को इसे बिना इजाज़त इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं है। इस मामले पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति सौरभ बनर्जी ने माना कि ‘चंपक’ एक स्थापित ब्रांड है। उन्होंने BCCI को निर्देश दिया है कि वह चार हफ्तों के भीतर इस याचिका का जवाब दाखिल करे।

Champak Controversy
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Champak Controversy : BCCI को कोर्ट का नोटिस, ‘चंपक’ नाम के इस्तेमाल पर मांगा जवाब

IPL में इस्तेमाल किए गए एआई रोबोट डॉग का नाम ‘चंपक’ रखना अब BCCI के लिए मुसीबत बन गया है। ‘चंपक’ नाम को लेकर दिल्ली प्रेस पत्र प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। यह वही संस्था है जो साल 1968 से बच्चों की मशहूर पत्रिका ‘चंपक’ का प्रकाशन करती आ रही है। याचिका में कहा गया है कि ‘चंपक’ एक स्थापित ब्रांड है और इसका इस्तेमाल बिना अनुमति के नहीं किया जा सकता।

Champak Controversy : इस मामले पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति सौरभ बनर्जी ने माना कि ‘चंपक’ पहले से से एक जाना-पहचाना नाम है। उन्होंने BCCI को चार हफ्तों के भीतर अपना लिखित जवाब दाखिल करने को कहा है। कोर्ट ने इस केस की अगली सुनवाई की तारीख 9 जुलाई तय की है।

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Champak Controversy : IPL के ‘चंपक’ रोबोट डॉग पर बढ़ा विवाद

IPL में इस्तेमाल किए गए रोबोट डॉग को लेकर विवाद और गहरा गया है। रोबोट डॉग का नाम ‘चंपक’ रखने के खिलाफ दिल्ली प्रेस पत्र प्रकाशन ने कोर्ट में याचिका दायर की है। उनका कहना है कि यह नाम उनकी पंजीकृत और प्रतिष्ठित बाल-पत्रिका ‘चंपक’ से लिया गया है, जो 1968 से प्रकाशित हो रही है।

Champak Controversy : इस नाम का इस्तेमाल करना उनके ट्रेडमार्क का उल्लंघन और व्यावसायिक फायदा उठाने की कोशिश है। प्रकाशक की ओर से पेश हुए वकील अमित गुप्ता ने कोर्ट में तर्क दिया कि IPL जैसी व्यावसायिक लीग में ‘चंपक’ नाम का इस्तेमाल, जो विज्ञापन और मार्केटिंग से जुड़ी है, सीधे तौर पर उनके ब्रांड को नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं, BCCI की ओर से वरिष्ठ वकील जे साई दीपक ने इस याचिका का विरोध किया।

Champak Controversy : उन्होंने कहा कि ‘चंपक’ सिर्फ एक पत्रिका ही नहीं, बल्कि एक आम शब्द भी है — यह एक फूल का नाम है। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि लोग इस रोबोट डॉग को पत्रिका से नहीं, बल्कि एक टीवी सीरीज के किरदार से जोड़ रहे हैं। सुनवाई के दौरान जज ने भी दिलचस्प सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि क्रिकेटर विराट कोहली का निकनेम ‘चीकू’ है, जो ‘चंपक’ पत्रिका के किरदारों में से एक है — तो फिर प्रकाशक ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?

जब अदालत ने पूछा कि आखिर यह ट्रेडमार्क उल्लंघन कैसे बनता है, तो प्रकाशक की ओर से जवाब दिया गया कि IPL एक व्यावसायिक मंच है जो नाम और ब्रांड से पैसा कमाता है। ऐसे में किसी रजिस्टर्ड ब्रांड का इस्तेमाल गलत है।

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