Amarnath Yatra 2025 : भक्तों की टोली रवाना, बाबा बर्फानी के जयकारों से गूंजे रास्ते
(Tehelka Desk)Amarnath Yatra 2025:
हजारों श्रद्धालु बाबा अमरनाथ के जयकारों के साथ रवाना
देशभर के करोड़ों हिंदुओं के लिए आस्था का पर्व कही जाने वाली Amarnath Yatra एक बार फिर शुरू हो गई है। इस बार भी पहले जत्थे ने पूरे जोश और श्रद्धा के साथ जम्मू से पवित्र अमरनाथ गुफा की ओर कूच कर लिया है। बाबा बर्फानी के जयकारों से रास्ता गूंज उठा है।
कश्मीर की वादियों में स्थित पवित्र गुफा तक पहुंचना आसान नहीं है, लेकिन भक्तों की श्रद्धा हर कठिनाई को आसान बना देती है।
Amarnath Yatra 2025: क्या है अमरनाथ यात्रा का महत्व
अमरनाथ गुफा भारत के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में गिनी जाती है। मान्यता है कि यहां भगवान शिव ने माता पार्वती को अमर कथा सुनाई थी। हर साल लाखों श्रद्धालु कठिन पहाड़ों और बर्फ से ढके रास्तों को पार कर बाबा बर्फानी का दर्शन करते हैं।
गुफा के भीतर प्राकृतिक रूप से बनने वाला बर्फ का शिवलिंग हर किसी के लिए आस्था का केंद्र है।
Amarnath Yatra 2025: जम्मू बेस कैंप से रवाना हुआ पहला जत्था
इस बार भी अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे को जम्मू स्थित भगवती नगर बेस कैंप से विधिवत पूजा-पाठ के बाद रवाना किया गया। श्रद्धालुओं ने जय भोले के नारे लगाते हुए बसों और निजी गाड़ियों में अपनी यात्रा शुरू की। प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
इस दौरान जम्मू-कश्मीर प्रशासन, CRPF और पुलिस के जवानों ने यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था संभाली है। हेल्थ चेकअप से लेकर खाने-पीने की व्यवस्था तक हर चीज पर नजर रखी जा रही है।
Amarnath Yatra 2025: इस बार क्या है खास इंतजाम?
अमरनाथ यात्रा हर साल जून-जुलाई से अगस्त तक चलती है। इस बार सरकार ने यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए कई नए इंतजाम किए हैं :
RFID कार्ड से यात्रियों की ट्रैकिंग सभी रूट्स पर CCTV और ड्रोन से निगरानी
मोबाइल मेडिकल यूनिट्स और आपातकालीन हेल्पलाइन
महिलाओं और बुजुर्गों के लिए विशेष सुविधा शिविर
साफ-सफाई और शौचालय की बेहतर व्यवस्था
कितने रूट हैं?
अमरनाथ यात्रा दो मुख्य रूट्स से होती है :
पहलगाम रूट: यह परंपरागत और लंबा रूट माना जाता है। इसमें 46 किलोमीटर का ट्रेकिंग रास्ता है।
बालटाल रूट: यह छोटा लेकिन थोड़ा ज्यादा कठिन माना जाता है। इसमें सिर्फ 14 किलोमीटर की चढ़ाई है, लेकिन रास्ता खड़ी चढ़ाई वाला है।
अधिकतर युवा बालटाल से यात्रा करना पसंद करते हैं, वहीं परिवार और बुजुर्ग पहलेगाम रूट से जाते हैं।
Amarnath Yatra 2025: भक्तों का उत्साह देखते ही बनता है
भक्तों में जबरदस्त उत्साह है। कई लोग परिवार समेत, तो कई लोग दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए निकले हैं। कुछ लोग पिछले कई सालों से हर बार अमरनाथ यात्रा करते आ रहे हैं।
कई श्रद्धालु घोड़ों पर सवार होकर जाते हैं तो कुछ लोग पालकियों में बुजुर्गों को बिठाकर ले जाते हैं। बच्चों के चेहरे पर भी बाबा भोले के दर्शन की खुशी साफ झलक रही है।
सुरक्षा चाक-चौबंद, कोई ढिलाई नहीं
जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकी घटनाओं को देखते हुए प्रशासन ने इस बार सुरक्षा में कोई कमी नहीं छोड़ी है। CRPF, BSF, पुलिस और आर्मी के जवानों को अलग-अलग प्वाइंट्स पर तैनात किया गया है।
डॉग स्क्वॉड से लेकर बम डिस्पोजल यूनिट तक हर जगह अलर्ट मोड पर हैं। ड्रोन से यात्रा मार्ग पर हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
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Amarnath Yatra 2025: श्रद्धालुओं ने क्या कहा?
कई श्रद्धालुओं ने रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत में कहा कि बाबा बर्फानी ने बुलाया है तो कोई डर नहीं है। एक श्रद्धालु ने कहा “हम हर साल आते हैं। बाबा बर्फानी सबका भला करेंगे। पहाड़ और बर्फ हमारे आस्था के रास्ते को रोक नहीं सकते।”
कड़ी स्वास्थ्य निगरानी भी अमरनाथ यात्रा में मौसम अचानक बदल सकता है, ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, इसलिए जगह-जगह मेडिकल कैंप लगाए गए हैं। डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ लगातार यात्रियों की निगरानी कर रहे हैं। हर पड़ाव पर चाय, खाना और दवाइयां मुफ्त दी जा रही हैं।
Amarnath Yatra 2025: प्रशासन की अपील
प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वो सरकारी गाइडलाइंस का पालन करें। पंजीकरण के बिना यात्रा पर ना निकलें, अपना हेल्थ चेकअप जरूर करवाएं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें।
अमरनाथ यात्रा सिर्फ यात्रा नहीं, आस्था और हिम्मत का संगम
अमरनाथ यात्रा सिर्फ एक तीर्थ यात्रा नहीं, यह आस्था, धैर्य और साहस की मिसाल भी है। हजारों फीट ऊंचाई पर कठिन रास्तों से गुजरते हुए भक्त हर कष्ट को भुलाकर सिर्फ बाबा बर्फानी के दर्शन की लालसा रखते हैं।
भक्तों का पहला जत्था रवाना हो चुका है, अब अगले दो महीने तक बाबा बर्फानी के जयकारे कश्मीर की वादियों में गूंजते रहेंगे। प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं और भक्तों की श्रद्धा हर कठिनाई को आसान बना देगी।
आप भी मन में बाबा बर्फानी का नाम लें हर हर महादेव!